अशोक पंडित (फोटो- सोसल मीडिया)
मुंबई: भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर तनाव अपने चरम पर है। पहलगाम में हुए क्रूर आतंकी हमले के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के माध्यम से पड़ोसी देश को करारा जवाब दिया। इस सैन्य प्रतिक्रिया के बाद दोनों देशों के बीच सीमाओं पर गोलीबारी, ड्रोन हमले और मिसाइलों की तैनाती जैसी घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। इसी बीच, फिल्ममेकर अशोक पंडित ने सोशल मीडिया पर एक ऐसा पोस्ट साझा किया, जिसने लोगों का ध्यान खींचा और विवादों को जन्म दिया।
अशोक पंडित ने इंस्टाग्राम पर एक क्रिएटिव इमेज साझा की, जिसमें एक कब्र की तख्ती दिखाई गई है। इस तख्ती पर ऊपर पाकिस्तान का झंडा और नीचे लिखा गया है कि 1947–2025। यह प्रतीकात्मक चित्र स्पष्ट रूप से यह संदेश देता है कि पाकिस्तान अब अपने अंत की ओर बढ़ रहा है। पोस्ट के जरिए पंडित ने यह संकेत देने की कोशिश की है कि भारत अब पहले की तरह चुप बैठने वाला नहीं है, बल्कि हर हमले का जवाब पूरी ताकत और रणनीति के साथ देगा।
इस पोस्ट को एक भावनात्मक प्रतिक्रिया के रूप में देखा जा सकता है, जो एक कलाकार की राष्ट्रभक्ति और गुस्से की प्रतीक है। लेकिन यह भी सोचने योग्य है कि क्या इस प्रकार के प्रतीकों का सार्वजनिक रूप से इस्तेमाल पड़ोसी देश के साथ और अधिक तनाव बढ़ा सकता है? अशोक पंडित का यह पोस्ट केवल एक राजनीतिक बयान नहीं, बल्कि सांस्कृतिक प्रतिक्रिया भी है, जो यह दर्शाता है कि समाज का रचनात्मक वर्ग भी इस संघर्ष से भावनात्मक रूप से जुड़ा है।
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भारत की ओर से की गई सैन्य कार्रवाई बेहद रणनीतिक रही है। रिपोर्टों के अनुसार, भारतीय वायु रक्षा ने पाकिस्तान के ड्रोन हमलों को नाकाम किया, साथ ही एफ-16 जैसे अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों को भी मार गिराया। इससे यह स्पष्ट होता है कि भारतीय सेना किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। हालांकि, इस पूरी स्थिति में यह भी जरूरी है कि भावनाओं को काबू में रखते हुए, जनता और सेलेब्रिटीज जिम्मेदारी से अपनी अभिव्यक्ति करें। अशोक पंडित की पोस्ट एक ओर जहां राष्ट्रवादी भावना को व्यक्त करती है, वहीं यह एक कड़े राजनीतिक संदेश के रूप में भी देखी जा सकती है।