अमिताभ बच्चन जन्मदिन (फोटो-सोर्स, सोशल मीडिया)
Amitabh Bachchan Birthday Special Stories: बॉलीवुड के सदी के महानायक अमिताभ बच्चन आज यानी 11 अक्टूबर को अपना जन्मदिन मना रहे हैं। इस मौके पर न केवल देश बल्कि प्रयागराज यानी उनके जन्मस्थली के लोग भी बिग बी को विशेष अंदाज में बधाई दे रहे हैं। प्रयागराज के लोग आज भी उन्हें उनके बचपन के नाम ‘मुन्ना’ से पुकारते हैं। अमिताभ ने इलाहाबाद की जमीन पर जन्म लिया और अपने बचपन के करीब बारह साल यहीं बिताए।
दरअसल, अमिताभ बच्चन के बचपन की सबसे प्यारी यादों में उनकी साइकिल की दीवानगी शामिल है। छोटे अमिताभ को साइकिल चलाने का बेहद शौक था। हालांकि उनके पिता हरिवंश राय बच्चन ने काफी सोच-विचार के बाद ही उन्हें साइकिल दिलाई थी। पहले साइकिल दिलाने की जिद पकड़ने पर उन्हें डांट और पिटाई भी सहनी पड़ी। पिता की पिटाई से वे आहत हो गए और कई दिनों तक बुखार में तपते रहे। बाद में घर वालों ने उनकी मेहनत और जूनून को देखते हुए साइकिल दिला दी।
नई साइकिल मिलने के कुछ ही दिनों बाद अमिताभ सड़क पर गिर पड़े और चोटें आईं। चोटों की वजह से घर वाले साइकिल जब्त न कर लें, इस डर से उन्होंने कई दिनों तक चोट की बात छिपाई। उनका बचपन क्लाइव रोड स्थित बंगले, जिसे ‘फूलों वाला बंगला’ कहा जाता था, में बीता। बाबा अभय अवस्थी के अनुसार, अमिताभ को पहले केवल बंगले के अंदर ही साइकिल चलाने की इजाजत थी, लेकिन मौका मिलते ही वे सिविल लाइंस की शांत सड़कों पर भी दौड़ लगाते थे। इस दौरान इलाहाबादी मुहावरा ‘कच्चा पापड़, पक्का पापड़’ अक्सर उनके खेल का हिस्सा रहा, जिसे उन्होंने बाद में अपनी फिल्म ‘याराना’ में भी शामिल किया।
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प्रयागराज के चौक इलाके में उनका खास लगाव था। पिता हरिवंश राय बच्चन अक्सर उन्हें चौक घुमाने ले जाते थे, जहां अमिताभ चाट और लस्सी का आनंद लेते। लोकनाथ गली की लस्सी और इलाहाबादी चाट उनके बचपन की यादों में हमेशा जिंदा रहे। इन सबके बीच अगर उनके फिल्मी करियर की बात करें, तो उन्होंने 1969 में फिल्म ‘सात हिन्दुस्तानी’ से अपने करियर की शुरुआत की थी। लेकिन कई बार उन्हें लंबी हाइट और भारी आवाज के लिए खूब आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा।