भोर विधानसभा सीट
पुणे: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का ऐलान हो गया है। महाराष्ट्र का चुनाव एक फेज में 20 नवंबर को होगा और 23 नवंबर को वोटों की गिनती होगी। वोटों की गिनती के बाद 26 नवंबर से पहले नई सरकार का गठन किया जाएगा। जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के चुनाव नतीजे आने के बाद अब सभी की नजरें महाराष्ट्र में होने वाली विधानसभा चुनाव पर टिकी हुई है। जिसके बाद सभी पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में जुट गई है।
इस चुनावी माहौल को देखते हुए न्यूजरूम से हम भी अपनी तैयारियों में जुट गए हैं और आपके लिए महाराष्ट्र के 288 विधानसभा सीटों का विश्लेषण करके आप तक पहुंचा रहे हैं। आज आपको भोर सीट की जानकारी देने वाले हैं।
भोर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र महाराष्ट्र राज्य के 288 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। यह निर्वाचन क्षेत्र पुणे जिले में स्थित है। यह बारामती लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंदर आता है। यह निर्वाचन क्षेत्र मुलशी तालुका, वेल्हे तालुका, भोर तालुका के अंतर्गत आता है। अनंतराव थोपटे ने इस निर्वाचन क्षेत्र से 6 बार जीत चुके हैं। जबकि उनके बेटे संग्राम थोपटे ने इस सीट से 3 बार जीत हासिल कर चुके हैं। दोनों भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य हैं।
वर्ष | सदस्य | पार्टी |
---|---|---|
1962 | शंकर भेलके | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
1967 | शंकर भेलके | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
1972 | अनंतराव थोपटे | स्वतंत्र राजनीतिज्ञ |
1978 | सांपतराव जेडे | स्वतंत्र राजनीतिज्ञ |
1980 | अनंतराव थोपटे | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
1985 | अनंतराव थोपटे | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
1990 | अनंतराव थोपटे | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
1995 | अनंतराव थोपटे | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
1999 | काशीनाथ खुंटवाड़ | राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी |
2004 | अनंतराव थोपटे | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
2009 | संग्राम थोपटे | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
2014 | संग्राम थोपटे | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
2019 | संग्राम थोपटे | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
इस सीट पर 1962 को पहली बार चुनाव हुआ था। तब इस सीट पर शंकर भेलके ने चुनाव जीता था। इस सीट पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का दबदबा रहा है। 2004 से लेकर 2019 तक कांग्रेस पार्टी से यह सीट कोई छीन नहीं सकी है।
जनरल कैटेगरी में लिस्टेड भोर सीट पर 2019 के आंकड़ों के मुताबिक 3 लाख 54 हजार 846 वोटर्स हैं। इस सीट पर एससी-एसटी वोटरों का महत्वपूर्ण रोल रहता है। यहां एससी-एसटी वोटर 41 हजार के करीब हैं। इस सीट पर मुस्लिम की संख्या की 5500 के करीब है।
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इस सीट पर थोपटे परिवार का ही बोलबाला रहा है। पिता-पुत्र की जोड़ी ने इस सीट से 9 बार जीत हासिल की है। 2004 से इस परिवार का भोर विधानसभा सीट पर दबदबा रहा है। अब देखना अहम होगा कि कांग्रेस अपनी गढ़ में जीत पाती है या महायुति कोई बड़ी उलटफेर करेगी।