चुनाव आयोग, राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल (फोटो-सोशल मीडिया)
Election Commission vs INDIA Alliance: राजधानी दिल्ली में इंडिया गठबंधन के प्रदर्शन पूरे देश की सियासत गरम हो गई है। विपक्ष के 300 सांसद और करीब 24 राजनीतिक दलों ने एक जुट होकर स्पेशल वोटर लिस्ट रिवीजन और कथित ‘वोट चोरी’ के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। इसी को लेकर आज दिल्ली में संसद भवन के मकर द्वार से लेकर चुनाव आयोग के दफ्तर विरोध मार्च निकाला गया। हालांकि विपक्षी सांसदों के विरोध मार्च को बीच में ही पुलिस ने रोक लिया।
चुनाव आयोग के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल सभी सांसदों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इसके बाद सभी सांसदों को दिल्ली के संसद मार्ग स्थित थाने में ले जाया गया। यहां चुनाव आयोग की तरफ से विपक्षी सांसदों के पास बातचीत का प्रस्ताव भेजा गया। चुनाव आयोग के इस प्रस्ताव पर इंडिया गठबंधन सहमत हो गया।
वहीं इसी बीच हिरासत में लिए गए सभी विपक्षी नेताओं को पुलिस ने रिलीज कर दिया। इसके बाद विपक्ष की तरफ से चुनाव आयोग को जवाब में कहा गया कि हम सभी सांसद चुनाव आयोग से बातचीत करने के लिए तैयार हैं, लेकिन चुनाव आयोग ने कहा कि कुछ सांसद ही बातचीत के लिए आएं। इसके बाद इंडिया गठबंधन नहीं माना। विपक्ष का कहना है कि हम सभी सांसद चुनाव आयोग से बातचीत करेंगे। इसके बाद चुनाव आयोग ने बातचीत से किनारा कर लिया।
कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि “हमने चुनाव आयोग से सभी सांसदों के साथ बैठक करने को कहा, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। अब हम तय करेंगे कि आगे क्या करना है।”
#WATCH | Delhi: Congress MP KC Venugopal says, “We asked for a meeting at the Election Commission with all MPs, which they denied… We’ll decide what to do next.” pic.twitter.com/aHfwOdpNck
— ANI (@ANI) August 11, 2025
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गौरतलब है कि पिछले दिनों राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विस्तार से 5 तरह की कथित वोट चोरी का खुलासा किया था। उनका कहना है कि लोकसभा चुनाव में वोट चोरी के कारण नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं। अगर चुनाव आयोग निष्पक्ष होता तो तीसरी बार मोदी प्रधानमंत्री नहीं बन पाते।