फाइल फोटो-पशुओं का ब्लड बैंक
Delhi news: सरकार ने सोमवार को पशु चिकित्सा रक्त चढ़ाने संबंधी सेवाओं के लिए देश के पहले व्यापक दिशानिर्देश जारी किए, जो आपातकालीन पशु स्वास्थ्य सेवा में एक महत्वपूर्ण कमी को दूर करेगा। एक सरकारी बयान में कहा गया है कि ‘भारत में पशुओं के लिए रक्त चढ़ाने और रक्त बैंकों के लिए दिशानिर्देश और मानक संचालन प्रक्रियाएं’ पशु रक्तदान, भंडारण और रक्त चढ़ाने संबंधी प्रक्रियाओं के लिए एक वैज्ञानिक ढांचा स्थापित करती हैं, जो पहले राष्ट्रीय मानकों के बिना किए जाते थे।
इसके प्रमुख प्रावधानों में जैव सुरक्षा-अनुरूप बुनियादी ढांचे के साथ राज्य-विनियमित पशु चिकित्सा रक्त बैंकों की स्थापना, रोग जोखिमों के प्रबंधन के लिए वन हेल्थ सिद्धांतों का एकीकरण, और दाता पंजीकरण एवं प्रतिकूल प्रतिक्रिया रिपोर्टिंग के लिए मानकीकृत प्रक्रियाएं शामिल हैं।
यह ढांचा डिजिटल रजिस्ट्री, रीयल-टाइम इन्वेंट्री ट्रैकिंग और एक आपातकालीन हेल्पलाइन की सुविधा वाले राष्ट्रीय पशु चिकित्सा रक्त बैंक नेटवर्क की योजनाओं की रूपरेखा प्रस्तुत करता है। प्रशिक्षण मॉड्यूल को पशु चिकित्सा शिक्षा कार्यक्रमों में शामिल किया जाएगा। दिशानिर्देशों के तहत प्रोत्साहित किए जाने वाले भविष्य के नवाचारों में मोबाइल रक्त संग्रह इकाइयां, दुर्लभ रक्त प्रकारों के लिए संरक्षण तकनीकें और दाता-प्राप्तकर्ता मिलान के लिए मोबाइल एप्लिकेशन शामिल हैं।
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भारत के पशुधन क्षेत्र में 53.7 करोड़ से अधिक पशु शामिल हैं, जबकि साथी पशुओं की संख्या 12.5 करोड़ से अधिक है। यह संयुक्त क्षेत्र राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद में 5.5 प्रतिशत और कृषि सकल घरेलू उत्पाद में 30 प्रतिशत से अधिक का योगदान देता है, जिससे खाद्य सुरक्षा और ग्रामीण आजीविका को सहायता मिलती है। ये दिशानिर्देश वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाने के लिए भारतीय पशु चिकित्सा परिषद, पशु चिकित्सा विश्वविद्यालयों, अनुसंधान संस्थानों, राज्य सरकारों और कार्यरत पशु चिकित्सकों के परामर्श से विकसित किए गए थे।
गौरतलब है कि भारत में पशुओं की चिकित्सा पर विशेष ध्यान नहीं दिया जाता है। पशुओं के लिए ब्लड बैंक सरकार की एक अच्छी पहल है। भारत में सबसे ज्यादा पशुपालन गांवों में होता है। हालांकि गांवों में अभी सरकारी पशु चिकित्सकों की भारी कमी है। अस्पताल की तो बात दूर की है। हालांकि सरकार की इस पहल से किसानों को तो फायदा होगा ही, कई पशुओं की जान भी बच जाएगी। -एजेंसी इनपुट के साथ