असम पुलिस ने टेको गेको प्रजाति की छिपकलियों संग तस्कर पकड़े
गुवाहाटी: अमस में तस्करों का जाल लगातार फैलता जा रहा है। ऐसे में पुलिस भी सतर्क हो गई है। प्रदेश की डिब्रूगढ़ पुलिस ने 11 दुर्लभ प्रजाति की टोके गेको छिपकलियां जब्त की हैं। तस्कर इन छिपकलियों को बेचने की फिराक में थे लेकिन समय रहते पुलिस ने जाल बिछाकर तस्करों को छिपकलियों के साथ गिरफ्तार कर लिया है। इन पर तस्करी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है।
तस्करों से दुर्लभ प्रजाति की इन छिपकलियों के निर्यात पर कड़ी पाबंदी है। इसके बाद भी आरोपी इनकी तस्करी कर रहे थे। पुलिस को तस्करी के मामले में गुप्त सूचना मिली थी जिसके उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों को वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत इन पर कार्रवाई की जाएगी। इसके अंतर्गत आरोपियों को 7 साल कठोर सजा का प्रावधान है।
एक छिपकली की कीमत 60 लाख, 11 की गईं बरामद
असम के तस्करों के पास से बरामद की गई टोके गेको छिपकलियां अपने आप में बहुत ही कीमती है। दुर्लभ प्रजाति की एक छिपकली की कीमत 60 लाख रुपये है जबकि आरोपियों के पास से कुल 11 छिपकलियां बरामद की गई हैं। इंटरनेशनल मार्केट में इनकी कीमत कुल कीमत करोड़ों में है।
असम-अरुणाचल प्रदेश में पाई जाती हैं टोके गेको छिपकलियां
टोके गेको छिपकलियां बेहद दुर्लभ प्रजाति के जीव हैं। ये दुर्लभ प्रजाति की छिपकलियां सिर्फ भारत के असम और अरुणाचल प्रदेश के जंगलों में ही पाई जाती हैं। दक्षिण पूर्व एशिया के ग्रे मार्केट में इन छिपकलियों की बहुत मांग है। आरोपी कब से इन छिपकलियों की तस्करी कर रहे हैं इस बारे में पूछताछ की जा रही है। तस्करी का जाल कहां तक फैला है अभी इसे लेकर भी पूछताछ की जा रही है।
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अरुणाचल प्रदेश से लेकर आए थे छिपकलियां
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान देबाशीष दोहुतिया (34), मानष दोहुतिया (28) और दीपांकर घरफलिया (40) के रूप में की गई है। तीनों पार्टनर हैं और काफी दिनों से वन्य जीवों की तस्करी का कार्य कर रहे हैं। तीनों अरुणाचल प्रदेश से ये दुर्लभ छिपकलियां लेकर आए थे और प्रत्येक छिपकली 60 लाख रुपये में बेचने की फिरक में थे, लेकिन पहले ही दबोच लिए गए।