अनंत सिंह (डिजाइन फोटो)
पटना: बुधवार 22 जनवरी को सोनू-मोनू गैंग ने मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह पर फायरिंग की थी। हालांकि इस हमले में अनंत सिंह बाल-बाल बच गए। लेकिन उनका एक आदमी गोली लगने से घायल हो गया। यह पहली बार नहीं है जब सोनू-मोनू गैंग ने अनंत सिंह पर हमला किया हो, बल्कि यह इससे पहले भी हो चुका है। लेकिन तब भी अनंत सिंह बच निकले थे।
इससे पहले 2017 और 2018 में भी ऐसा हुआ था और इस दौरान अनंत सिंह की हत्या की साजिश रची गई थी लेकिन पुलिस ने हमले से पहले ही अपराधी को पकड़ लिया था। सबसे पहले यह समझ लेते हैं कि आज अनंत सिंह पर हुए हमले में सोनू और मोनू गैंग का नाम क्यों आ रहा है। आइए जानते हैं इस गैंग के बारे में।
दरअसल सोनू और मोनू दोनों भाई हैं और मिलकर गैंग चलाते हैं। दोनों के खिलाफ हत्या, लूट, रंगदारी समेत कई संगीन मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं। इस गैंग के तार बिहार-यूपी-झारखंड-पश्चिम बंगाल और दिल्ली से भी जुड़े हैं। दोनों भाइयों (सोनू-मोनू) के इस गैंग का संबंध उत्तर प्रदेश के मऊ से विधायक रहे दिवंगत मुख्तार अंसारी से भी रहा है।
आपको बता दें कि अनंत सिंह पर बुधवार यानी 22 जनवरी 2025 को जानलेवा हमला हुआ था। यह पहली बार नहीं है जब यह हमला हुआ है, बल्कि कई बार जानलेवा हमले किए जा चुके हैं लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। 2017 में भी सोनू-मोनू गिरोह के कुख्यात अपराधी मोनू सिंह ने अनंत सिंह की हत्या के लिए 50 लाख रुपये की सुपारी ली थी। तब अनंत सिंह को सोनपुर में मारने की योजना बनी थी।
अनंत सिंह को मारने के लिए मुंगेर से 6 लाख में एके-47 खरीदी गई थी। लेकिन वहां भी अनंत सिंह को मारने में सफलता नहीं मिली। जिसके बाद फिर से हत्या का प्रयास किया गया। इस बार अनंत सिंह के साथ-साथ उनके करीबी मुखिया प्रत्याशी मणि सिंह को भी मारने की योजना थी। लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने मोनू और नीलेश को गिरफ्तार कर लिया।
ताजा भिड़ंत के मामले में खुद अनंत सिंह का बयान सामने आया है। अनंत सिंह ने मीडिया को बताया कि वे सोनू-मोनू से मिलने गए थे। जब उनका आदमी उन्हें बुलाने गया तो उसने कहा कि विधायक जी मिलने के लिए बुला रहे हैं। इतना सुनते ही उधर से फायरिंग शुरू हो गई। फायरिंग में अनंत सिंह के आदमी को गोली लगी और वह बुरी तरह घायल हो गया। उसे आनन-फानन में इलाज के लिए पटना भेजा गया है।
मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह ने आगे कहा कि सुबह में कुछ लोग हमसे मिलने आए थे। वे कह रहे थे कि मेरे घर पर ताला लगा दिया गया है। हमसे पैसे मांगे जा रहे हैं। तब मैंने कहा कि आप थाने में जाकर डीएसपी से मिलिए। जब हमने गांव में फोन किया तो पता चला कि वह सच बोल रहा है। हमें जानकारी मिली कि उसके घर पर अभी भी ताला लगा हुआ है। जिसके बाद हम खुद वहां गए और घर का ताला खोला।
अनंत सिंह ने मीडिया को बताया कि अगर किसी के घर में लूट हो रही है और पुलिस उससे आवेदन मांग रही है। जनता हमें भगवान कहती है तो हम उनकी मदद क्यों न करें। जब हम जनता के लिए काम नहीं करेंगे तो ऐसे विधायक बनने का क्या फायदा। जो भी प्रताड़ित होगा, हम उसे बचाएंगे।
पटना जिले के बाढ़ अनुमंडल के एएसपी राकेश कुमार ने जानकारी दी है कि पंचमहला थाना अंतर्गत नौरंगा गांव में गोलीबारी की सूचना मिली थी। इसके बाद थानाध्यक्ष मौके पर गए। हम खुद मौके पर पहुंचे। फिर हमें जानकारी मिली कि गोलीबारी की घटना हुई है, जिसमें तीन खोखे बरामद हुए हैं। जिनके घर पर गोली चली है, उनके द्वारा आवेदन दिया जा रहा है। इसके बाद हम पहचान कर आगे की कार्रवाई करेंगे।
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बाढ़ एएसपी से पूछा गया कि क्या अनंत सिंह को गोली मारी गई? इस पर एएसपी ने कहा कि यहां बताया गया है कि पूर्व विधायक यहां आए थे। उनके समर्थक भी उनके साथ थे। गोलीबारी हुई है। नौरंगा के लोगों का कहना है कि विधायक और उनके समर्थकों ने गोलियां चलाई हैं। हम इस संबंध में साक्ष्य जुटा रहे हैं। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उस पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
उनसे पूछा गया कि क्या सोनू मोनू गिरोह ने गोली चलाई? इस पर उन्होंने कहा कि हम गोली चलाने वालों की पहचान कर रहे हैं। जो भी इसमें शामिल पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। गोलीबारी की घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी। अनंत सिंह पर गोलीबारी की घटना के बाद नौरंगा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। बाढ़ डीएसपी मौके पर कैंप कर रहे हैं।
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बताया जाता है कि सोनू-मोनू गिरोह ने गांव के एक परिवार के साथ मारपीट की और उन्हें घर से बाहर निकाल दिया। छोटे सरकार के नाम से मशहूर अनंत सिंह को जब इसकी जानकारी हुई तो वे गैंगस्टर के घर में घुस गए। अनंत सिंह को घर में देख दोनों भाई सोनू-मोनू ने गोलीबारी शुरू कर दी। हालांकि इस गोलीबारी में ‘छोटे सरकार’ बाल-बाल बच गए। अनंत सिंह पर गोलीबारी करने के बाद सोनू-मोनू भाग निकले। इस घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है।