प्रतीकात्मक फोटो (सोर्स -सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: दिल्ली में अपराध पर लगाम लगाने के लिए पुलिस लगातार सख्ती दिखा रही है। इसी कड़ी में दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के पुल प्रहलादपुर इलाके में पुलिस और गैंगस्टर के बीच जबरदस्त एनकाउंटर हुआ। नीरज बवाना गैंग के प्रमुख सहयोगी शुभम को पुलिस ने घेर लिया, लेकिन उसने सरेंडर करने की बजाय गोलियां चला दीं। इस दौरान एक गोली कांस्टेबल आशीष को लगी, मगर उनकी बुलेटप्रूफ जैकेट ने उनकी जान बचा ली। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई में फायरिंग की, जिसमें शुभम के पैर में गोली लगी और उसे दबोच लिया गया। उसके पास से एक पिस्तौल, दो जिंदा कारतूस और एक चोरी की मोटरसाइकिल बरामद हुई।
दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में प्रह्लादपुर इलाके में पुलिस और नीरज बवाना गिरोह के एक करीबी सहयोगी के बीच हुई मुठभेड के बाद उसे को गिरफ्तार कर लिया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने सोमवार को यह बात बताई। आरोपी की पहचान जंगपुरा निवासी शुभम (24) के रूप में हुई है, जो एक पिस्तौल और चोरी की मोटरसाइकिल के साथ पकड़ा है।
पुलिस को सूचना मिली थी कि नीरज बवाना गैंग का गुर्गा शुभम बदरपुर से एमबी रोड की ओर आ रहा है। इस पर 16 मार्च की रात करीब 10:30 बजे पुलिस ने वाहन चेकिंग शुरू की। जैसे ही शुभम बाइक से आया, उसे रुकने का इशारा किया गया, लेकिन उसने भागने की कोशिश की और संतुलन बिगड़ने से गिर गया। इसके बाद उसने पुलिस पर दो गोलियां चला दीं, जिनमें से एक कांस्टेबल आशीष को लगी, लेकिन जैकेट ने उनकी जान बचा ली। पुलिस ने जवाबी गोलीबारी की, जिसमें शुभम घायल हो गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
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पूछताछ में शुभम ने कबूला कि वह नीरज बवाना गिरोह के सक्रिय सदस्य नवीन भांजा और शिब्बू के संपर्क में था। यह गैंग जबरन वसूली, संपत्ति विवाद, जुआ और ड्रग्स जैसे अपराधों में शामिल रहा है। शुभम 2023 में रोहित जाट पर जानलेवा हमले समेत कई अपराधों में वांछित था। गिरोह के कई सदस्य पहले ही पकड़े जा चुके थे, लेकिन शुभम फरार था और पंजाब, राजस्थान और यूपी में छिपा हुआ था। उस पर हत्या के प्रयास समेत चार संगीन मामले दर्ज हैं।