नागपुर में MPSC के प्रश्नपत्र की 40 लाख में बिक्री। (सौजन्य: सोशल मीडिया)
नागपुर: देशभर में छात्रों के भविष्य के साथ सरेआम खिलवाड़ जारी है। पेपर लीक जैसी गंभीर बात भी जैसे आम हो गई है। सरकार पेपर लीक रोकने में पूरी तरह विफल साबित हो रही है। हालांकि पेपर लीक पर कानून बनाने के लिए भारत सरकार ने सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम, 2024 लागू किया है, जिसका भी कुछ असर नहीं हो रहा। ताजा मामले से तो यही प्रतीत होता है।
रविवार को होने वाली महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग यानी एमपीएससी की ग्रुप-B (नॉन-गजेटेड) परीक्षा 2024 के प्रश्नपत्र 40 लाख रुपए में बेचने के मामले में शहर की अपराध शाखा की टीम ने भंडारा से दो युवकों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम दीपक यशवंत साखरे उम्र 25 वाराशिवनी, बालाघाट निवासी और योगेश सुरेन्द्र वाघमारे उम्र 28 वरठी, भंडारा निवासी हैं।
हाल ही में, एक फोन कॉल का ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। आरोप है कि एक अभ्यर्थी से एमपीएससी परीक्षा के प्रश्नपत्र के बदले 40 लाख रुपये की मांग की गई थी। यह क्लिप तुरंत वायरल हो गई और एक अभ्यर्थी तक पहुंच गई। उसने घटना की सूचना पुणे पुलिस को दी। एमपीएससी ने इस मामले में पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी। इसके बाद पुणे पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।
जांच के दौरान पुणे पुलिस को पता चला कि यह ऑडियो क्लिप भंडारा से वायरल हुई थी। उन्होंने नागपुर क्राइम ब्रांच को इसकी सूचना दी। पुलिस उपायुक्त राहुल माकनीकर के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक कमलाकर गड्डीमे के नेतृत्व में एक टीम शुक्रवार रात भंडारा पहुंची। दीपक और योगेश को गिरफ्तार कर लिया गया।
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जांच के दौरान पता चला कि इस मामले के मुख्य साजिशकर्ता आशीष नेतलाल कुलपे उम्र 30 और प्रदीप नेतलाल कुलपे उम्र 28 दोनों भंडारा के रहने वाले थे। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार आरोपी दीपक आशीष का साला है। दोनों आरोपियों के बरामद होने की सूचना मिलने पर पुणे पुलिस की एक टीम नागपुर पहुंची और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
फरार आरोपी कुलपे बंधुओं की गहन तलाश जारी है। इस गंभीर मामले में जांच के बाद ही पता चलेगा कि इसके तार कहां तक जुड़े हैं और कितने लोग इसमें शामिल हैं। यह तो तय है कि मामले में बड़े लोगों का हाथ है।