केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह
रायपुर : छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद की समस्या गंभीर है। नक्सली हमलों की घटनाएं भी लगातार हो रही हैं लेकिन इस बीच एक राहत भरी खबर भी सामने आई है। बीजापुर में 50 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। मामले में अमित शाह ने ट्वीट कर इस उपलब्धि की सराहना की है। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह नक्सलवाद खत्म होना चाहिए।
एसपी ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को 25-25 हजार रुपये सहायता राशि दी गई है। नक्सलियों से सरकार की पुनर्वास नीति का लाभ प्राप्त कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने के लिए कहा गया है। वे आम व्यक्ति की नई जीवन की शुरुआत कर सकते हैं।
अमित शाह ने ‘एक्स’ पर लिखा है कि यह बहुत खुशी की बात है कि बीजापुर में 50 नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण किया। हिंसा और हथियार छोड़कर विकास की मुख्यधारा में शामिल होने वालों का मैं स्वागत करता हूं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीति स्पष्ट है कि जो भी नक्सली हथियार छोड़कर विकास का मार्ग अपनाएंगे, उनका पुनर्वास कर उन्हें मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा। 31 मार्च 2026 के बाद देश में नक्सलवाद इतिहास बन जाएगा, यह हमारा संकल्प है।
बहुत हर्ष का विषय है कि बीजापुर (छत्तीसगढ़) में 50 नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण किया। हिंसा और हथियार छोड़कर विकास की मुख्यधारा में शामिल होने वालों का मैं स्वागत करता हूँ। मोदी जी की नीति स्पष्ट है कि जो भी नक्सली हथियार छोड़कर विकास का मार्ग अपनाएँगे, उनका…
— Amit Shah (@AmitShah) March 30, 2025
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सुरक्षा बलों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि राज्य की नई आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के सकारात्मक परिणाम जमीन पर दिखाई दे रहे हैं। नक्सलवाद के दुष्चक्र में फंसे लोग अब हथियार डालकर समाज की मुख्यधारा में लौट रहे हैं। हमारी सरकार हर उस व्यक्ति के पुनरुत्थान के लिए तैयार है जो हिंसा छोड़कर शांति का रास्ता अपनाता है। छत्तीसगढ़ अब शांति, विकास और नयी चेतना के पथ पर आगे बढ़ रहा है। इस साल अब तक राज्य में अलग-अलग मुठभेड़ों में 134 नक्सली मारे जा चुके हैं। इनमें से 118 बस्तर संभाग में मारे गए।