प्रतीकात्मक तस्वीर (सौ.सोशल मीडिया)
नवभारत डेस्क: कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट CUET के जरिए सेंट्रल, स्टेट और प्राइवेट यूनिवर्सिटी में एडमिशन दिया जाता है। अगर आप 12वीं क्लास में हैं तो आपको इस परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन कराना होगा। यह परीक्षा 8 मई से 1 जून के बीच आयोजित की जाएगी। अगर आप भी इस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो आप यहां सिलेबस और परीक्षा पैटर्न की जानकारी ले सकते हैं।
इस बार NTA ने CUET UG 2025 के लिए कुछ बदलाव किए हैं। खास तौर पर इस बार 12वीं क्लास में पढ़े गए विषयों के अलावा दूसरे विषयों में भी परीक्षा देने का मौका दिया जाएगा। यह परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट यानी CBT के रूप में होगी। इस बार यह परीक्षा 8 मई से 1 जून के बीच होने की संभावना है और 23 विषयों में आयोजित की जाएगी। पिछले साल यह परीक्षा 15 मई से 24 मई के बीच 63 विषयों में आयोजित की गई थी।
CUET UG परीक्षा में कुल चार सेक्शन हैं। सेक्शन 1A में 13 भाषाएँ हैं, जिनमें 50 प्रश्न हैं, जिनमें से 40 का उत्तर देना है और प्रत्येक भाषा के लिए 45 मिनट दिए गए हैं। सेक्शन 1B में 13 भाषाएँ हैं, जिनमें 50 में से 40 प्रश्नों का उत्तर देना है और प्रत्येक भाषा के लिए समय अवधि 45 मिनट है।
सेक्शन 11 में 27 डोमेन-विशिष्ट विषय हैं, जिनमें 45 से 50 प्रश्न हैं, जिनमें से 35 से 40 प्रश्नों का उत्तर देना है और प्रत्येक विषय के लिए 45 मिनट दिए गए हैं। सेक्शन 11 में 60 प्रश्नों का एक सामान्य पेपर है, जिनमें से 50 का उत्तर देना है और इसके लिए 60 मिनट दिए गए हैं।
CUET UG पाठ्यक्रम में एक सामान्य पेपर और एक विषय-विशिष्ट पाठ्यक्रम शामिल है। सामान्य परीक्षा में सामान्य ज्ञान, करंट अफेयर्स, तार्किक और विश्लेषणात्मक तर्क, संख्यात्मक क्षमता, गणितीय अवधारणाएँ (ग्रेड 8 तक) और मात्रात्मक तर्क शामिल हैं।
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विषय-विशिष्ट पाठ्यक्रमों में परमाणु संरचना, रासायनिक संतुलन, अम्ल-क्षार अवधारणाएँ, इलेक्ट्रोकैमिस्ट्री, कोलाइड्स और कोलिगेटिव गुण, कार्बनिक रसायन, रसायन विज्ञान से पॉलिमर और कार्बोहाइड्रेट शामिल हैं। भौतिकी में गति और गति के नियम, कार्य, ऊर्जा और शक्ति, ऊष्मागतिकी, विद्युत धारा, प्रकाशिकी और आधुनिक भौतिकी जैसे विषय शामिल हैं। गणित में बीजगणित, त्रिकोणमिति, निर्देशांक ज्यामिति, कलन, सांख्यिकी और सदिश जैसे विषय शामिल हैं। जीव विज्ञान में प्राणि विज्ञान, जीवन की उत्पत्ति, आनुवंशिकी और जैव प्रौद्योगिकी, मानव शरीर रचना विज्ञान और शरीर विज्ञान शामिल हैं जबकि वनस्पति विज्ञान में पादप कोशिकाएँ और ऊतक, प्रकाश संश्लेषण, पारिस्थितिकी और पारिस्थितिकी तंत्र, मिट्टी और पर्यावरण शामिल हैं। यदि आप पहले प्रयास में ही इस परीक्षा को सफलतापूर्वक पास करना चाहते हैं, तो अपनी पढ़ाई सही दिशा में करें और दिए गए कार्यक्रम का पूरी तरह से पालन करें।