ग्रीन इकोनॉमी में बेहतर विकल्प के साथ पर्यावरण संरक्षण भी
करिअर डेस्क: आज की तारीख में युवाओं के लिए करिअर के हजारों ऑप्शन हैं। डॉक्टर, इंजीनियर, मैनेजमेंट या फिर सरकारी नौकरी के अलावा भी आज के बदलते युग में कई सारे जॉब हैं जिसमें आप बेहतर भविष्य देख सकते हैं। करिअर ऑप्शन अब सीमित नहीं रह गए हैं। इन्हीं में से एक है ग्रीन इकोनॉमी (Green Economy) जो कि पर्यावरण के क्षेत्र में कुछ नया करने का बेहतर विकल्प है। इसमें आप अपने करिअर को नई ऊंचाइयां देने के साथ पर्यावरण के लिए भी कुछ खास कर सकेंगे। यदि आप प्रकृति प्रेमी हैं तो इस क्षेत्र में आप अपने और समाज के लिए बहुत कुछ कर सकते हैं।
आज के दौर में जब पॉल्यूशन तेजी से बढ़ रहा है तो आप इस दिशा में करिअर बनाने के साथ पर्यावरण संरक्षण के लिए भी कुछ कर सकते हैं। हाल के दिनों में ऊर्जा, टेक्नोलॉजी, कृषि और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टर में ग्रीन जॉब्स की डिमांड काफी बढ़ गई है। ऐसे में अगर आप कुछ नया और पर्यावरण के लिए कुछ अच्छा करना चाहते हैं तो सस्टेनेबिलिटी डेवलपमेंट प्रोग्राम बेस्ट ऑप्शन है।
आज की तारीख में ऑटोमोबाइल हो या टेक्नोलॉजी सभी क्षेत्र में पर्यावरण को बिना नुकसान पहुंचाए काम करने पर जोर दे रहे हैं। यही वजह है कि टेरी स्कूल ऑफ एडवांस्ड स्टडीज, आईआईटी और आईआईएम जैसे कई बड़े संस्थान भी ऐसे कोर्स को काफी प्रमोट कर रहे हैं जो पर्यावरण के क्षेत्र में युवाओं को बेहतर विकल्प दे सकें। इन संस्थानों में सस्टेनेबिलिटी डेवलपमेंट प्रोग्राम शुरू किए जा रहे हैं। इस कोर्स के अंतर्गत किसी भी कंपनी में बनने वाले उत्पाद को इस प्रकार से बनाने की तकनीक सिखाई जाती है जिससे वह प्रोडक्ट पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाए।
आने वाला समय ग्रीन जॉब्स का माना जा रहा है। जानकारों की माने तो भारत में 2047 तक करीब 3.5 करोड़ ग्रीन जॉब्स के ऑप्शन मिलने वाले हैं। इनमें ज्यादातर नौकरियां ऊर्जा, टेक्नोलॉजी, कृषि और ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी कई सारे जॉब ऑप्शन शामिल हैं। युवा इस क्षेत्र में अपने करिअर को नई ऊंचाई दे सकते हैं।
ग्रीन इकोनॉमी में करियर बनाने के लिए आपको प्रकृति प्रेमी होने के साथ कई विषयों की पढ़ाई और जानकारी रखनी होगी। आपको पर्यावरण, डेटा साइंस, इकोनॉमिक्स और टेक्नोलॉजी जैसे विषयों को भी पढ़ना होगा। टेरी स्कूल ऑफ एडवांस्ड स्टडीज जैसे संस्थान इन सभी को जोड़कर बेहतर कोर्स दे रहे हैं जो इस इंडस्ट्री और विदेशी यूनिवर्सिटी से जुड़े होते हैं। इस सेशन में वर्ष 2025-26 के लिए सस्टेनेबिलिटी डेवलपमेंट प्रोग्राम कोर्से में एडमिशन भी शुरू हो गए हैं। इसमें 4 साल का ग्रेजुएशन या 5 साल के इंटीग्रेटेड प्रोग्राम शामिल हैं जिनके लिए अप्लाई कर सकते हैं। अगर आप अच्छी नौकरी के साथ पर्यावरण के लिए कुछ करना चाहते हैं तो यह आपके लिए बेहतर मौका है।