यूजीसी नेट परीक्षा 2025 के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू
UGC NET 2025: यूजीसी नेट 2025 के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने शेड्यूल जारी कर दिया है। नेट की संभावित परीक्षा तिथि भी NTA ने घोषित कर दी है। 21 जून से परीक्षा आयोजित की जा सकती है। यूजीसी नेट के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है। कैंडिडेट NTA NET की ऑफिशियल वेबसाइट ugcnet.nta.ac.in पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने NET की परीक्षा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 16 अप्रैल से शुरू कर दिया है। कैंडिडेट एनटीए की वेबसाइट पर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन केवल ऑनलाइन ही स्वीकार किया जाएगा। आवेदन की अंतिम तिथि 7 मई 2025 निर्धारित की गई है। तय सीमा के बाद एप्लीकेशन विंडो अपने आप बंद हो जाएगी। यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति, जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF),पीएचडी में एडमीशन के लिए ये परीक्षा होनी है।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के डायरेक्टर राजेश कुमार ने पब्लिक नोटिस जारी किया है जिसमें 85 विषयों के लिए UGC NET 2025 आयोजित की जाएगी। कैंडिडेट 16 अप्रैल से 7 मई 2025 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। इसके अलावा एग्जामिनेशन फीस भी कैंडिडेट 8 मई तक ऑनलाइन ही क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग और यूपीआई के माध्यम से कर सकते हैं। इसके अलावा 9 और 10 तारीख को ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म में करेक्शन के लिए फिर से विंडो खुलेगा। कैंडिडेट जो भी सुधार करना चाहते हैं आवेदन कर सकेंगे। एडमिट कार्ड NTA की ऑफिशियल वेबसाइट से डाउनलोड कर सकेंगे।
यूजीसी नेट 2025 की संभावित तारीख एनटीए ने घोषित कर दी है। एनटीए के मुताबिक 21 जून से 30 जून के बीच यूजीसी नेट की परीक्षा संभावित बताई जा रही है। परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट मोड में होगी परीक्षा के लिए एग्जाम सेंटर भी एडमिट कार्ड आने पर निर्धारित कर दिया जाएगा। कैंडिडेट एडमिट कार्ड भी ऑनलाइन ही प्राप्त कर सकेंगे।
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यूनिवर्सिटीज और उच्च शिक्षण संस्थानों में Phd कोर्स में एडमीशन के लिए यूजीसी नेट यानी NTA स्कोर के बेस पर ही एडमिशन होगा। नेट क्वालिफाई होने पर तीन कैटेगरी में लाभ मिलेगा। पहली कैटेगरी में वे कैंडिडेट होंगे जिन्हें एनटीए स्कोर के आधार पर जेआरएफ (JRF) और असिस्टेंट प्रोफेसर नियुक्त किए जाने के लिए एलिजिबल होंगे। दूसरी कैटेगरी में उन कैंडिडेट को लाभ होगा जो PHD में एडमीशन और असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर नियुक्ति के लिए बाध्य होंगे। तीसरी कैटेगरी में वे कैंडिडेट होंगे जो भारत की यूनिवर्सिटीज और कॉलेजों में पीएचडी में एडमीशन के लिए पात्र होंगे।