भारत के CA अब ऑस्ट्रेलिया में कर सकेंगे प्रैक्टिस
नई दिल्ली: भारत के चार्टर्ड अकाउंटेंट या सीए अब आसानी से ऑस्ट्रेलिया में भी प्रैक्टिस कर सकेंगे। इसी तरह ऑस्ट्रेलियन सीए भी भारत में ऐसा कर सकेंगे। साथ ही ग्लोबल अकाउंटिंग प्रोफेशनल के अनुरूप दोनों देशों में अगली पीढ़ी के अकाउंटेंट्स भी तैयार हो सकेंगे। इससे दोनों देशों के बीच व्यापार में विस्तृत विकास हो सकेगा। इसके लिए सीपीए ऑस्ट्रेलिया ने इंस्टीच्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया से करार किया है।
सीपीए ऑस्ट्रेलिया और उनकी लीडरशिप टीम हाल ही में भारत आए थे। यह टीम आईसीएआई द्वारा आयोजित वर्ल्ड फोरम ऑफ अकाउंटेंट्स में हिस्सा लेने के लिए भारत का दौरा किया था। वोफा में टीम ने अकाउंटेंट्स की विकसित होती हुई भूमिका और रिपोर्टिंग सहित उनकी अनार्थिक अकाउंटिंग के बढ़ते महत्व के बारे में बताया.और डब्ल्यूओएफए में आईसीएआई ने सीपीए ऑस्ट्रेलिया के ऑस्ट्रेलियन सदस्यों को भारत में पारस्परिक आधार पर अभ्यास की अनुमति देने वाले प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दी।
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सीपीए ऑस्ट्रेलिया में बोर्ड के प्रेसिडेंट एवं चेयरमैन, प्रोफेसर डेल पिंटो ने दोनों देशों के बीच सहयोग पर जोर दिया है। उनका कहना है कि ऑस्ट्रेलिया का शासन, शिक्षा और सततता में विस्तृत अनुभव है। इसके साथ ही भारत में अतुलनीय विस्तार, रचनात्मक और महत्वाकांक्षा है। ऐसे में मिलकर हम ऐसे समाधानों को विकास कर सकते हैं जो हमारी सीमाओं के मुकाबले काफी ज्यादा विस्तृत हो। यह न केवल हमारे देशों को जोड़े बल्कि पूरी दुनिया के अकाउंटिंग व्यवसाय को लाभ पहुंचाएगा। सीपीए ऑस्ट्रेलिया द्वारा ASSOCHAM के साथ हाल ही में आयोजित वैश्विक समिट में आईसीएआई के चेयरमैन सीए रंजीत कुमार अग्रवाल ने फाईनेंशियल रिपोर्टिंग में अनार्थिक पहलू को एकीकृत करने में अनार्थिक पहलुओं को सुगमता से शामिल करने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
सीपीए ऑस्ट्रलिया दुनिया की सबसे बड़ी प्रोफेशनल अकाउंटिंग संकायों में से एक है जिसका गठन साल 1886 में हुआ था। बता दें कि यह दुनिया के 100 से भी ज्यादा देशों में काम करती है और करीब 175000 से भी ज्यादा सदस्यों का यह प्रतिनिधित्व करता है। इसके अलावा 25000 से अधिक सदस्य वरिष्ठ नेतृत्व के पदों पर काम कर रहे हैं।