चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने तुर्किए और अजरबेजान के साथ तोड़े समझौते
करिअर डेस्क: भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम हो गया है। हिन्दुस्तान की ओर से पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह का व्यापार और अन्य समझौतों को पहले ही रद्द किया जा चुका है। ऐसे में देश के शैक्षिक संगठन भी पाक और उससे सहयोगियों के साथ हर डील खत्म कर रहे हैं। पंजाब की लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के बाद चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने भी तुर्किए और अजरबेजान समझौते कैंसिल कर दिए हैं। विश्वविद्यालय ने दोनों देश के 23 यूनिवर्सिटी से करार तोड़ लिया है।
भारत और पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम के बाद भी तनातनी चल रही है। देशवासियों में पाकिस्तान को लेकर तो गुस्सा है ही, उसके मददगार देशों के प्रति नाराजगी है। ऐसे में देश के तमाम शैक्षणिक संगठन भी अब पाक और उनके साथ खड़े देशों के साथ अपने सारे समझौते रद्द कर दिए हैं। एलपीयू ने राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए तुर्किये और अजरबैजान के साथ किए गए सभी एमओयू को खत्म कर दिया था।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की ओर से ये एमओयू पांच वर्षों तक के लिए किया गया था। इसमें हाल ही में जनवरी 2025 में अंकारा यिल्डिरिम बेयाजित यूनिवर्सिटी के साथ MoU भी शामिल है। राज्यसभा सांसद और चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर सतनाम सिंह संधू ने कहा यूनिवर्सिटी का दृष्टिकोण हमेशा राष्ट्र प्रथम की भावना से जुड़ा है। इसी के चलते हमने तुर्किए और अजरबैजान के साथ सभी शैक्षिक समझौतों को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है।
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