तुर्किए (सौ. सोशल मीडिया )
नई दिल्ली: पिछले कई दिनों से चलने वाला भारत और पाकिस्तान के बीच का तनाव अब कम होते हुए नजर आ रहा है। हालांकि सीजफायर समझौते के बाद भी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। सीजफायर समझौते के बाद भी पाक ने कायरता से सीमा पर गोलीबारी की थी, जिसका इंडियन आर्मी ने मुंहतोड़ जवाब दिया।
आपको बता दें कि कश्मीर के पहलगाम में कायराना आतंकी हमले में 26 मासूमों की जान चली गई थी। जिसके बाद भारत ने आतंकवाद के गढ़ पाकिस्तान के खिलाफ ताबड़तोड़ एक्शन लिया था। जिसके अंतर्गत 7 मई को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर करके पाकिस्तान में स्थित 9 आतंकी अड्डों को तबाह कर दिया था। बताया जा रहा है कि इस हमले में 100 से भी ज्यादा आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया गया।
इसके बाद पाकिस्तान ने भारत पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला करना शुरू कर दिया था। हालांकि भारतीय सेना ने शौर्यपूर्वक इन हमलों को निष्क्रिय कर दिया था। इस पूरे हमले के बीच 2 ऐसे देश भी शामिल थे, जिन्होंने खुलकर पाकिस्तान को सपोर्ट किया, वो देश है तुर्किये और अजरबैजान। इन दोनों देशों ने ना सिर्फ पाकिस्तान का साथ दिया बल्कि भारत पर हमले करने के लिए हथिपार भी मुहैया कराए।
भारत पर हमला करने के लिए पाकिस्तान को तुर्किये ने ड्रोन मुहैया कराए थे, इसके साथ ही तुर्किये ने कराची पोर्ट पर अपना वॉरशीप भी भेजा था। जिसके ऊपर सफाई देते हुए तुर्किये ने बयान दिया कि ये रुटीन एक्सरसाइज के लिए कराची पोर्ट पर पहुंचा था। साथ ही दूसरी ओर अजरबैजान ने भारत पर किए जाने वाले हमले को सही ठहराते हुए पाकिस्तान का खुलकर सपोर्ट किया था। इन दोनों ही देशों की ये हरकत भारतीयों को चुभ गई है, जिसका खामियाजा आने वाले दिनों में इन दोनों ही देशों को भुगतना पड़ सकता है।
तुर्किये और अजरबैजान में हर साल लाखों की संख्या में इंडियन टूरिस्ट घूमने जाते हैं। साल 2024 के आंकड़ों के अनुसार सिर्फ अकेले तुर्किये में ही भारत से 3,90,000 टूरिस्ट गए थे, जिन्होंने प्रति व्यक्ति करीब 1,000 अमेरिकी डॉलर तुर्किये में खर्च किए थे। साथ ही साल 2024 में अजरबैजान जाने वाले टूरिस्ट की संख्या 2.5 लाख से ज्यादा है।