अमेरिकी इकोनॉमी (सौ. सोशल मीडिया )
Trumps Tariff Policy Impact On American Economy: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल को रेसीप्रोकल टैरिफ लगाने का फैसला लिया था। जिसका सीधा और सकारात्मक असर अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर हुआ है।
आपको बता दें कि आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल से जून महीने वाली तिमाही में 3 फीसदी की अप्रत्याशित बढ़त दर्ज हुई है, जिससे सभी विश्लेषक हैरान रह गए हैं। इसके साथ ही अमेरिका मार्च महीने वाली तिमाही की सुस्ती से भी उभरने में सफल रहा है।
अमेरिकी वाणिज्य विभाग ने बुधवार को जारी रिपोर्ट में कहा कि सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी की ग्रोथ रेट अप्रैल से जून तिमाही में 3 फीसदी रही। इसके पहले जनवरी से मार्च तिमाही में अमेरिका की अर्थव्यवस्था में 0.5 फीसदी की गिरावट आयी थी, जो 3 साल में पहली गिरावट थी। जून तिमाही में अमेरिकी इकोनॉमी का 3 फीसदी की दर से बढ़ना अर्थशास्त्रियों के अनुमानों से अधिक है। विश्लेषकों ने इस तिमाही में केवल 2 फीसदी ग्रोथ की उम्मीद की थी।
विश्लेषकों का मानना था कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अप्रैल में कई व्यापारिक साझेदार देशों पर उच्च सीमा शु्ल्क लगाने के फैसले से अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर पड़ेगा। हालांकि, कुछ दिन बाद ही इस शुल्क को 90 दिन के लिए टाल दिया गया था। यह उछाल मुख्य रूप से आयात में भारी गिरावट की वजह से आई है। हालांकि, आलोच्य तिमाही में उपभोक्ता खर्च मामूली सुधार के साथ 1.4 प्रतिशत रहा लेकिन निजी निवेश में 15.6 प्रतिशत की गिरावट आई।
बुनियादी आर्थिक मजबूती को दर्शाने वाला संकेतक भी कमजोर पड़ा और इसकी वृद्धि दर पिछली तिमाही में 1.2 प्रतिशत रही। यह मार्च तिमाही के 1.9 प्रतिशत से कम और दिसंबर, 2022 के बाद सबसे कमजोर है।
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राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जीडीपी आंकड़े को उम्मीद से बेहतर बताया और फेडरल रिजर्व से ब्याज दरों में कटौती की मांग दोहराई। उन्होंने दोहराया कि शुल्क अमेरिकी उद्योग को सुरक्षा प्रदान करते हैं, जबकि मुख्यधारा के अर्थशास्त्री इससे असहमत हैं। हालांकि ‘नेशनवाइड’ की प्रमुख अर्थशास्त्री कैथी बोस्तजेनसिच ने कहा है कि मुख्य आंकड़े अमेरिका के वास्तविक आर्थिक प्रदर्शन को छुपा रहे हैं। यह शुल्कों के असर से धीमा पड़ रहा है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)