शेयर मार्केट, (प्रतीकात्मक तस्वीर)
Share Market Update: भारतीय शेयर बाजार मंगलवार के कारोबारी सत्र में गिरावट के साथ बंद हुआ। हालांकि, यह केवल लार्जकैप तक ही सीमित थी। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 206.61 अंक या 0.26 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 80,157.88 और निफ्टी 45.45 अंक या 0.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,579.60 पर था।
लार्जकैप की अपेक्षा मिडकैप और स्मॉलकैप में तेजी देखने को मिली। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 151.90 अंक या 0.27 प्रतिशत की तेजी के साथ 56,977.40 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 93.20 अंक या 0.53 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 17,591.30 पर था।
सेक्टोरल आधार पर ऑटो, आईटी, फाइनेंशियल सर्विसेज, फार्मा और प्राइवेट बैंक इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। एफएमसीजी, पीएसयू बैंक, मेटल, रियल्टी, मीडिया , एनर्जी और इन्फ्रा इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए।
सेंसेक्स पैक में पावर ग्रिड, एनटीपीसी, टाटा स्टील, एचयूएल, बीईएल, बजाज फिनसर्व, टेक महिंद्रा, इटरनल और आईटीसी टॉप गेनर्स थे। एमएंडएम, एशियन पेंट्स, कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा मोटर्स, एलएंडटी, ट्रेंट, अल्ट्राटेक सीमेंट, एचडीएफसी बैंक और एक्सिस बैंक टॉप लूजर्स थे।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा कि मजबूत मैक्रो आंकड़ों से मिली शुरुआती बढ़त घरेलू शेयर बाजारों ने गंवा दी, और जीएसटी परिषद की बैठक और वायदा एवं विकल्प (एफएंडओ) की समाप्ति से पहले सतर्कता के बीच मुनाफावसूली के चलते बाजार गिरावट के साथ बंद हुए। बैंकिंग शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई।
इथेनॉल मानदंडों में ढील के कारण चीनी शेयरों में तेजी आई, जबकि अमेरिका की नरम रुख वाली टिप्पणियों के बाद निर्यात केंद्रीत कंपनियों के शेयरों में तेजी आई, जिससे व्यापार जगत में आशावाद फिर से बढ़ा। हालांकि, निवेशक सतर्क बने हुए हैं और वैश्विक अनिश्चितता के बीच निकट भविष्य में घरेलू खपत पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें- EPFO: क्या आपके PF अकाउंट में जमा हो रहा ब्याज का पैसा, ऐसे तुरंत पता लगाएं
भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत हरे निशान में हुई थी। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 90 अंक या 0.11 प्रतिशत बढ़कर 80,454 पर और निफ्टी 50 इंडेक्स 15 अंक या 0.06 प्रतिशत बढ़कर 24,640 पर था।
गौरतलब है कि पीएम मोदी, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की चीन में हुई मीटिंग ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल मचा दी है। इस बैठक के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि भारत ने जीरो टैरिफ का प्रस्ताव दिया था लेकिन अब देर हो चुकी है। ट्रंप के इस बयान ने एक बार फिर टैरिफ को लेकर अनिश्चितता बढ़ा दी है।