शेयर मार्केट, (प्रतीकात्मक तस्वीर)
Share Market Holiday In October 2025: घरेलू शेयर बाजार अगले महीने यानी की अक्टूबर में कुछ दिनों के लिए बंद रहेगा। इसका मतलब है कि उन दिनों बीएसई और एनएसई पर किसी भी तरह का ट्रेड नहीं होगा। महीने के दूसरे दिन यानी की 2 अक्टूबर को गांधी जयंती और दशहरा को लेकर नॉर्मल ट्रेडिंग नहीं हो सकेगा। इसके अलावा बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की ऑफिशियल वेबसाइट पर इसकी जानकारी दी गई है।
इसके साथ ही 21 अक्टूबर और 22 अक्टूबर को दिवाली, लक्ष्मी पूजन और बलिप्रतिपदा की वजह से भी बाजार में कोई ट्रेड नहीं होगा। हालांकि, 21 अक्टूबर को मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए 1 घंटे का खास ट्रेडिंग सेशन रखा गया है। इसके अलावा 5 नवंबर को प्रक्राश गुरुपर्व और 25 दिसंबर को क्रिसमस के कारण बाजार में किसी तरह का कोई लेन-देन नहीं हो पाएगा। इस साल 27 अगस्त को गणेश चतुर्थी के कारण भी शेयर बाजार बंद रहा था।
भारतीय मान्यता के अनुसार, दिवाली का त्योहार अच्छाई की बुराई पर जीत का प्रतीक है। इसी तरह दीवाली मुहूर्त ट्रेडिंग भारतीय शेयर बाजारों में नए हिंदू कैलेंडर वर्ष की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। बीएसई और एनएसई ने इस साल 21 अक्टूबर को दोपहर 1:45 बजे से 2:45 बजे तक ट्रेडिंग सेशन रखने की घोषणा की है। ऐसी मान्यता है कि इस शुभ समय में मुहूर्त ट्रेडिंग करने से निवेशकों को पूरे साल लाभ होता है और उन्हें आर्थिक फायदा मिलता है। पिछले साल मुहूर्त ट्रेडिंग शाम 6 बजे से 7 बजे के बीच आयोजित की गई थी। इस खास सेशन में सेंसेक्स और निफ्टी काफी उछाल के साथ कारोबार किए थे।
घरेलू शेयर बाजार 29 अक्टूबर को हरे निशान के साथ खुला। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में तेजी देखने को मिली। सेंसेक्स 408 अंकों की बढ़त के साथ 80,834.58 तक पहुंच गया, जबकि निफ्टी 113 अंकों की तेजी के साथ ऊपर खुला। हालांकि, दोपहर बाद बाजार का रुख अचानक बदल गया और तेजी गंवाकर लाल निशान पर फिसल गया।
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सेंसेक्स करीब 400 अंक गिरकर 80,339.23 के स्तर पर आ गया, जबकि निफ्टी 24,650 के नीचे फिसल गई। आईटी शेयरों में भारी बिकवाली देखने को मिली, जिसने बाजार पर दबाव डाला। इससे पहले शुक्रवार को बाजार में करीब सात लाख करोड़ रुपये का जबरदस्त नुकसान हुआ था। पिछले हफ्ते सिर्फ पांच दिनों के अंदर ही निवेशकों के वैल्यूएशन में 16 करोड़ रुपये की कमी आ गई थी।