
शेयर मार्केट, (प्रतीकात्मक तस्वीर)
Share Market Highlights: भारतीय शेयर बाजार आज मंगलवार, (30 दिसंबर) के कारोबारी सत्र में सपाट बंद हुआ। दिन के अंत में सेंसेक्स 20.46 अंक की गिरावट के साथ 84,675.08 और निफ्टी 3.25 अंक की कमजोरी के साथ 25,938.85 पर था। बाजार को संभालने का काम बैंकिग शेयरों ने किया। निफ्टी बैंक 0.41 प्रतिशत की तेजी के साथ 59,171.25 पर बंद हुआ। इसके अलावा ऑटो, पीएसयू बैंक और मेटल शेयरों में तेजी देखी गई।
दूसरी तरफ आईटी, फार्मा, एफएमसीजी, रियल्टी, मीडिया और एनर्जी इंडेक्स लाल निशान में बंद हुआ। स्मॉलकैप और मिडकैप भी हल्की गिरावट के साथ कारोबार हुआ। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 0.15 प्रतिशत या 87.05 अंक की गिरावट के साथ 59,914.25 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 0.28 प्रतिशत या 48.75 अंक की कमजोरी के साथ 17,518.95 पर बंद बुआ।
सेंसेक्स पैक में टाटा स्टील, एमएंडएम, बजाज फिनसर्व, एक्सिस बैंक, भारतीय एयरटेल, एसबीआई, एलएंडटी, मारुति सुजुकी, अदाणी पोर्ट्स और सन फार्मा गेनर्स थे। इटरनल (जोमैटो), इंडिगो, इन्फोसिस, एशियन पेंट्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फाइनेंस, एचसीएल टेक, आईटीसी, टाइटन और ट्रेंट लूजर्स थे। व्यापक बाजार में कमजोरी बनी हुई है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 1,918 शेयर हरे निशान में; 2,260 शेयर लाल निशान में और 169 शेयर बिना किसी बदलाव के बंद हुए हैं।
बाजार के जानकारों ने कहा कि घरेलू बाजार में उतार-चढ़ाव जारी है। सकारात्मक वैश्विक माहौल होने के बाद भी कुछ चुनिंदा सेक्टर में ही खरीदारी देखने को मिली। एफआईआई की लगातार बिकवाली के कारण बाजार पर दबाव बना हुआ है। आने वाले समय में बाजार एक सीमित दायरे में कारोबार कर सकता है। इसकी वजह भारत-अमेरिका के बीच व्यापारिक वार्ता के नतीजे में देरी और तीसरी तिमाही के नतीजों का इंतजार है।
भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई थी। शुरुआती कारोबारी सत्र में के दौरान सुबह 9:25 बजे के करीब 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 136 अंक यानी 0.16 प्रतिशत की गिरावट के साथ 84,559.40 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। जबकि एनएसई निफ्टी 48.90 अंक यानी 0.19 प्रतिशत गिरकर 25,893.20 पर था।
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घरेलू शेयर मार्केट में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) लगातार बिकवाल बने हुए हैं। कैश मार्केट में उन्होंने लगातार पांचवें दिन करीब 2,760 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकावली की। कैश, इंडेक्स और स्टॉक फ्यूचर्स को मिलाकर देखा जाए तो नेट-नेट करीब 5,000 करोड़ रुपए की बिकवाली दर्ज की गई। इसके उलट घरेलू संस्थागत निवेशकों ने मार्केट में खरीदारी की। DIIs ने लगातार 85वें दिन खरीदार रहे और 2,644 करोड़ रुपये बाजार में लगाए, जो कि मार्केट के लिए एक सपोर्ट का काम किया।






