पारले (सौ. सोशल मीडिया )
Income Tax raid On Parle-G: 90 के दशक से बिस्किट बनाने वाली सबसे फेमस कंपनी पारले इस समय मुश्किल में है। खबर आ रही है कि मुंबई में पारले ग्रुप पर आयकर विभाग यानी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने छापेमारी की है। पारले ग्रुप पारले जी, मोनाको और अन्य ब्रांड के नामों के साथ बिस्किट बेचने वाली फर्म है।
मुंबई में कंपनी के कई लोकेशन पर इनकम टैक्स की रेड की जा रही है, जो कि सुबह से ही चल रही है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की फॉरेन असेट यूनिट और मुंबई की इनकम टैक्स इन्वेस्टिगेशन विंग की ओर से खोजबीन की जा रही है। हालांकि ये जांच क्यों की जा रही है, इसके बारे में अभी तको कोई भी जानकारी सामने नहीं आयी है। छापेमारी की प्रोसेस पूरी होने के बाद इस जांच के पीछे का कारण पता लग सकता है। फिलहाल आईटी विभाग कंपनी के डॉक्यूमेंट्स की जांच करने में जुटा हुआ है।
अगर पारले कंपनी के प्रॉफिट की बात की जाए तो पीटीआई के अनुसार वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी का प्रॉफिट दोगुना बढ़ा है। ये दोगुना से ज्यादा बढ़कर 1,606.95 करोड़ रुपये तक हो गया है। वित्त वर्ष 2023-24 में ये प्रॉफिट 743.66 करोड़ रुपये रहा था। इसके पिछले वित्त वर्ष में पारले बिस्किट की ऑपरेशनल इनकम में सिर्फ 2 प्रतिशत की बढ़त के साथ ये बढ़कर 14,349.4 करोड़ रुपये हो गया है। अगर इस कंपनी के रेवेन्यू की बात की जाए तो ये 5.31 प्रतिशत उछलकर 15,085.76 करोड़ रुपये रहा है। ये आंकड़े बताते है कि पारले बिस्किट की डिमांड अभी भी तेज है।
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पारले की शुरूआत की बात की जाएं तो इसे देश को आजादी मिलने से पहले साल 1929 में हुई थी। 90 के दशक के बच्चों को तो अपना वो दौर भी याद होगा, जब चाय के साथ पारले जी का कॉम्बिनेशन सबसे ज्यादा प्रसिद्ध हुआ करता था। रिपोर्ट्स के अनुसार, ऐसा कहा जा रहा है कि कंपनी ने पारले नाम मुंबई के विले-पार्ले इलाके से लिया है। पारले ने पहली बार 1938 में पारले-ग्लूको नाम से बिस्किट का प्रोडक्शन शुरू किया था।