
नेशनल कमोडिटी और डेरिवेटिव एक्सचेंज, (प्रतीकात्मक तस्वीर)
National Commodity and Derivatives Exchange: नेशनल कमोडिटी और डेरिवेटिव एक्सचेंज (NCDEX) को सेबी ने म्यूचुअल फंड प्लेटफॉर्म शुरू करने की मंजूरी दे दी है। यह कदम NCDEX के लिए इक्विटी और इक्विटी डेरिवेटिव मार्केट में कदम रखने की दिशा में एक मजबूत आधार तैयार कर रहा है। इस प्लेटफॉर्म पर म्यूचुअल फंड की डील इक्विटी ट्रेडिंग से अलग चलेंगे, जिससे परिचालन में आसानी बनी रहेगी। NCDEX का मानना है कि वे बहुत कम समय में इस सर्विस को शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
इस काम में उनकी पूरी तरह से मालिकाना कंपनी NECL की भूमिका अहम होगी। यह ऐलान ऐसे समय में आई है जब बाजार में नए निवेशकों को जोड़ने की कोशिशें तेज हैं। एनसीडीईएक्स के इस कदम से ग्रामीण इलाकों और छोटे शहरों के लोग आसानी से निवेश की दुनिया में कदम रख सकेंगे।
एनसीडीईएक्स के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO डॉ. अरुण रास्ते ने इस मौके पर कहा कि इक्विटी मार्केट शुरू करने से पहले म्यूचुअल फंड प्लेटफॉर्म लाना एक सोचा-समझा और सही वक्त का फैसला है। नए निवेशकों के लिए म्यूचुअल फंड सबसे आसान और सुरक्षित रास्ता है। डॉ. अरुण रास्ते का मानना है कि भारत में इक्विटी निवेश की शुरुआत यहीं से होती है।
NCDEX के एमडी ने आगे कहा कि यह प्लेटफॉर्म ग्रामीण और छोटे शहरों की बचत को सही दिशा देगा। ऐसी बचत को नियंत्रित और फायदेमंद निवेश में लगाने से अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा। कम रकम वाले सिस्टेमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) और एक्सचेंज पर आधारित सुरक्षित सिस्टम से निवेश आसान बनेगा। यह कदम एनसीडीईएक्स को कई तरह के एसेट वाले प्लेटफॉर्म की ओर ले जा रहा है, जो निवेशकों के लिए वरदान साबित होगा।
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नेशनल कमोडिटी और डेरिवेटिव एक्सचेंज (NCDEX) भारत का एक प्रमुख कमोडिटी एक्सचेंज है, जहां कृषि जिंसों (Agricultural Commodities) के फ्यूचर्स और ऑप्शंस में ट्रेडिंग होती है। NCDEX पर किसान, व्यापारी, प्रोसेसर, एक्सपोर्टर और निवेशक अनाज, दालें, तिलहन, मसाले और अन्य कृषि उत्पादों के दाम तय करने और जोखिम (Risk) से बचाव के लिए सौदे करते हैं।






