वंदे भारत एक्सप्रेस (सौ. सोशल मीडिया )
नई दिल्ली : भारत में लग्जरी ट्रेनों की एंट्री से अब देश के अमीरों ने भी इंडियन रेलवे में सफर करना शुरू कर दिया है। जिसका सीधा असर भारतीय रेलवे की कमाई पर हो रहा है। इंडियन रेलवे के प्रॉफिट की ट्रेन अब आसमान में उड़ान भरती हुई नजर आ रही है। इंडियन रेलवे की ओर से जारी किए गए आंकड़ों से इस बात का खुलासा हुआ है। जिससे पता चला है कि भारतीय रेलवे के अंतर्गत यात्री किरायों से होने वाली इनकम ने इस फाइनेंशियल ईयर में 16 प्रतिशत से भी ज्यादा की बढ़त हासिल करने की आशंका है। जिसके कारण रेलवे के खजाने में 92 हजार 800 करोड़ तक की कमाई हो सकती है।
इस कमाई के पीछे का सबसे बड़ा कारण वंदे भारत जैसी लग्जरी ट्रेनों को बताया जा रहा है। सुविधाजनक और आरामदायक होने के कारण ये ट्रेनें देश के हायर क्लास सेगमेंट में भी काफी पसंद की जा रही हैं। इस कारण सिर्फ प्लेन से सफर करने वाले लोग भी वंदे भारत ट्रेन में सफर कर रहे हैं। इन ट्रेनों में प्लेट की एयर होस्टेस की ही तरह ट्रेन होस्टेस की सर्विस दी जाती है। प्रीमियम ट्रेनों में राजधानी और जनशताब्दी जैसी ट्रेनों की बेहतरीन सर्विस भी लोगों को काफी पसंद आ रही हैं। रेलवे के खजाने को भरने में इन ट्रेनों का सबसे बड़ा योगदान हैं।
रेलवे की तिजोरी भरने में एसी थर्ड कोच का भी बहुत बड़ा योगदान है। इस साल मार्च के महीने तक थर्ड एसी की टिकटों से होने वाली कमाई का आंकड़ा 30,089 करोड़ तक पहुंच सकता है, जो पिछले फाइनेंशियल ईयर से 20 फीसदी ज्यादा है। वहीं वित्त वर्ष 2026 में ये कमाई का आंकड़ा 20 प्रतिशत से बढ़कर 37,115 करोड़ तक हो सकता है। पिछले 2 सालों में एग्जिक्यूटिव क्लास और एसी चेयर कार से इंडियन रेलवे की कमाई बढ़ी है, जो अभी और भी ज्यादा हो सकती है। एग्जिक्यूटिव क्लास से इनकम मार्च के महीने तक 698 करोड़ तक पहुंच सकती है, जो पिछले वित्त वर्ष से 42 प्रतिशत ज्यादा है। ये वित्त वर्ष 2026 में बढ़कर 987 करोड़ हो सकती है। वहीं एसी चेयरकार से इस वित्त वर्ष 4,280 करोड़ तक की कमाई होने की संभावना है।
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भारतीय रेलवे के आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल रेलवे की टोटल इनकम में पैसेंजर से मिले पैसे बकाया हिस्सेदारी का 26.4 प्रतिशत था, जो इस साल बढ़कर 28.6 प्रतिशत तक हो गया है। साल 2026 तक ये आंकड़ा 30 प्रतिशत तक पहुंचने की उम्मीद की जा रही है।