मुंबई: अर्थव्यवस्था (Economy) में आई तेजी और सस्ते होम लोन (Home Loans) से हाउसिंग मार्केट (Housing Market) में भी विगत दो वर्षों से तेजी का रूख है। निर्माण सामग्री महंगी होने से लागत वृद्धि और प्रॉपर्टी कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद घरों की मांग में तेजी कायम है, लेकिन अब होम लोन दरों में बढ़ोतरी होने से मांग पर प्रभावित होने की आशंका है।
रियल एस्टेट सेक्टर (Real Estate Sector) के आउटलुक के संबंध में आर्केड ग्रुप (Arkade Group) के अध्यक्ष अमित जैन (Amit Jain) की वाणिज्य संपादक विष्णु भारद्वाज से चर्चा हुई। आर्केड ग्रुप ने पिछले चार दशकों के दौरान मुंबई महानगर में 40 लाख वर्ग फुट से अधिक निर्माण कार्य के साथ 25 से अधिक आवास परियोजनाएं सफलतापूर्वक विकसित की हैं, जिनमें 4,000 से अधिक परिवारों का घर का सपना साकार हुआ है। पेश हैं चर्चा के मुख्य अंश:
सस्ते होम लोन से घरों की मांग बढ़ रही थी, लेकिन अब ब्याज दरों में बढ़ोतरी से मांग पर क्या असर पड़ेगा?
रियल एस्टेट सेक्टर के लिए क्या दृष्टिकोण है और किस प्रकार के घरों की मांग सर्वाधिक है?
स्टील-सीमेंट सहित सभी निर्माण सामग्रियां लगातार महंगी हुई हैं, हालांकि अब स्टील कीमतों में तो कुछ गिरावट देखी जा रही है। इस बारे में आपकी क्या राय है?
पिछले एक साल में प्रॉपर्टी की कीमतों में कितनी वृद्धि हुई है और आगे क्या रुझान लगता है?
आर्केड ग्रुप की विस्तार योजना के बारे में बताएं?