टिकटॉक बैन (सौ. सोशल मीडिया )
कोरोना के बाद से ही चीनी ऐप टिकटॉक सुर्खियों में है। भारत ने पहले ही इसे बैन कर दिया है, लेकिन अभी अमेरिका में भी इसके बैन होने की तैयारी है। बताया जा रहा है कि टिकटॉक की पेरेंट कंपनी बाइटडांस के पास सिर्फ 19 जून तक का समय है। ये कंपनी या तो टिकटॉक को किसी अमेरिकी कंपनी को बेच सकती है या फिर बैन का सामना कर सकती है। फिलहाल अमेरिका में टिकटॉक के 179 मिलियन यूजर्स हैं।
खबर ये भी है कि ऐसी उम्मीद की जा रही है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप टिकटॉक को किसी कॉन्ट्रेक्ट तक पहुंचने के लिए तीसरी और आखिरी बार मौका दें। पिछले 17 जनवरी को अमेरिका में टिकटॉक पर बैन लगने के कानूनी फैसले को मंजूरी दी गई थी और 19 जनवरी से टिकटॉक ने यहां काम करना बंद कर दिया था, लेकिन पूरी तरीके से नहीं। जिसका सीधा मतलब है कि मौजूदा यूजर्स के फोन में अभी भी ये ऐप हैं, लेकिन नए यूजर्स इसे डाउनलोड नहीं कर सकते हैं और न ही ऐप को अपडेट करने का ऑप्शन उनके फोन पर दिखायी देगा।
टिकटॉक को अमेरिका में अपना ऑपरेशंस बेचने के लिए 5 अप्रैल तक का समय मिला था। जिसका मतलब था कि इस तारीख तक बाइटडांस को अपना बिजनेस बेचना था, लेकिन इस तारीख तक भी कंपनी किसी और कंपनी के साथ कॉन्ट्रेक्ट नहीं कर पायी। जिसके बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 19 जून तक टिकटॉक की टाइम लिमिट बढ़ा दी थी। अब ये कहा जा रहा है कि ट्रंप टिकटॉक की अमेरिका से छुट्टी का एक और मौका दे सकते हैं।
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कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने डेडलाइन को आगे बढ़ाते हुए फिर से एक कार्यकारी आदेश पर साइन किए हैं। जिसके बाद ये सवाल उठ रहे हैं कि अमेरिका में अपना बिजनेस बेचने के लिए टिकटॉक को अब और कितना समय दिया जाएगा।