आदित पालिचा, (सीईओ, जेप्टो)
नई दिल्ली: क्विक डिलीवरी प्लेटफॉर्म जेप्टो के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आदित पलिचा ने मंगलवार को प्रतिद्वंद्वी कंपनी जोमैटो के संस्थापक दीपिंदर गोयल को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने की उस टिप्पणी को सत्यापन के लिहाज से असत्य बताया जिसमें जेप्टो के हर तिमाही में 2,500 करोड़ रुपये खर्च करने का दावा किया गया था। पलिचा ने कहा कि कंपनी के वित्तीय विवरणों को सार्वजनिक रूप से दाखिल करने पर गोयल का यह दावा गलत साबित हो जाएगा।
पलिचा ने प्रोफेशनल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म लिंक्डइन पर गोयल के हवाले से आई रिपोर्टों पर बात करते हुए कहा कि वह अच्छे विश्वास के साथ एक स्टार्टअप पारिस्थितिकी का निर्माण करने और भारतीय उपभोक्ताओं के लिए विश्वस्तरीय उत्पाद बनाने की मंशा रखते हैं। गोयल ने कहा था कि त्वरित आपूर्ति कारोबार से जुड़ी कंपनियां हर तिमाही में 5,000 करोड़ रुपये का नुकसान उठा रही हैं और इसमें से आधे से ज़्यादा हिस्सा जेप्टो का है।
दीपिंदर गोयल के इस बयान पर आदित पालिचा ने कहा कि इस दावे से यही मतलब निकलता है कि हमें हर तिमाही में 2,500 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो रहा है। उन्होंने गोयल के इस दावे पर कहा कि यह कथन सत्य नहीं है और यह तब स्पष्ट हो जाएगा जब हम अपने वित्तीय विवरण सार्वजनिक रूप से दाखिल करेंगे। हालांकि, पलिचा ने यह कहा कि गोयल के अच्छे इरादे हैं और उनके बयान को संदर्भ से हटकर देखा जा रहा है।
आदित पलिचा ने कहा कि जब गोयल ने जोमैटो की शुरुआत की थी, तब उनकी उम्र महज पांच साल थी। उन्होंने कहा कि गोयल भारतीय स्टार्टअप परिवेश के लिए एक ‘रोल मॉडल’ बन गए हैं और जोमैटो से सीखना और प्रतिस्पर्धा करना एक सौभाग्य की बात है।
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साल 2001 में मुंबई में जन्मे, आदित पालीचा ने प्रतिष्ठित स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय (Stanford University) से कंप्यूटर विज्ञान में डिग्री हासिल करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका जाने से पहले भारत में अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। हालांकि, पढ़ाई के बीच में पालीचा और कैवल्य वोहरा ने पढ़ाई छोड़ने और एक उद्यमी बनने के अपने सपने को पूरा करने का फैसला किया। लिंक्डइन पर इसके बारे में बात करते हुए पालीचा ने लिखा कि मुझे कंप्यूटर साइंस में बैचलर डिग्री मिलनी थी, लेकिन मैंने इसके बजाय ज़ेप्टो बनाने का फैसला किया।