प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली: सोचिए, जब भी आप हाईवे पर निकलते हैं और टोल प्लाजा पर गाड़ी रोककर टोल चुकाते हैं, तो उस 100-50 रुपये जोड़-जोड़ कर सरकार को कितनी बड़ी आमदनी होती होगी! जवाब हजारों करोड़ों में है। जी हां, बीते 5 सालों में देशभर के टोल प्लाजा से सरकार को कुल 1.93 लाख करोड़ रुपये की कमाई हुई है।
ताजा आंकड़े खुद सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) ने लोकसभा में पेश किए। इन आंकड़ों के मुताबिक, इस समय देश में कुल 1,063 टोल प्लाजा मौजूद हैं। इनमें से 457 टोल प्लाजा पिछले सिर्फ पांच सालों में बनाए गए हैं।
अगर हम सिर्फ टॉप 10 सबसे ज्यादा कमाई करने वाले टोल प्लाजा की बात करें, तो इनसे ही पिछले पांच सालों में 13,988.51 करोड़ रुपये यानी लगभग 14 हजार करोड़ रुपये का टोल कलेक्शन हुआ है। यानी देश के हजार से ज्यादा टोल में से सिर्फ 10 प्लाजा ने ही पूरे कलेक्शन का 7% से ज्यादा हिस्सा कमा लिया है।
पूरे देश में टोल वसूली का किंग है भर्थाना टोल प्लाजा। ये गुजरात के वडोदरा-भरूच सेक्शन (NH-48) पर स्थित है। मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, इस टोल प्लाजा ने पिछले 5 वित्तीय वर्षों (2019-20 से 2023-24) में कुल 2,043.81 करोड़ रुपये का टोल इकट्ठा किया। अकेले 2023-24 में इसने रिकॉर्ड 472.65 करोड़ रुपये की कमाई की।
दूसरे नंबर पर है शाहजहांपुर टोल प्लाजा और हां, ये यूपी यानी उत्तर प्रदेश वाला शाहजहांपुर नहीं, बल्कि राजस्थान वाला शाहजहांपुर है। ये टोल प्लाजा, NH-48 के गुड़गांव-कोटपुतली-जयपुर रूट पर आता है। कमाई के मामले में ये भी भर्थाना टोल प्लाजा से ज्यादा पीछे नहीं रहा और पिछले पांच सालों में 1,884.46 करोड़ रुपये का टोल इकट्ठा कर लिया।
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जलधुलागोरी टोल प्लाजा, जो पश्चिम बंगाल में स्थित है, ने भी झंडे गाड़ दिए। इसने पांच सालों में 1,538.91 करोड़ रुपये का टोल जमा किया है। वहीं, यूपी का बाराजोड़ टोल प्लाजा भी पीछे नहीं रहा। यहां से बीते 5 साल में 1,480.75 करोड़ रुपये का कलेक्शन हुआ है। लिस्ट में ये चौथे नंबर पर है।