सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया, (फाइल फोटो)
Jane Street On SEBI Action: इंडियन मार्केट रेगुलेटर सेबी ने अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म जेन स्ट्रीट पर गंभीर आरोप लगाते हुए सख्त कार्रवाई की है। सेबी ने कहा है कि जेन स्ट्रीट ने एक सोची-समझी और भ्रामक योजना के जरिए भारतीय बाजरों में हेराफेरी की। इस घटना के सामने आने के बाद बाजार नियामक ने शुक्रवार को ट्रेडिंग कंपनी पर भारत में कारोबार करने पर रोक लगा दिया। इसके साथ ही उसे 55 करोड़ डॉलर का मुनाफा वापस सेबी में जमा करने का आदेश दिया है। जेन स्ट्रीट पर आरोप है कि उसने भारतीय बैंक शेयरों की कीमतों को आर्टिफिशियल तरीके से बढ़ाया और उनसे जुड़े कुछ विशेष फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स (डेरिवेटिव्स) पर उसे बड़ा फायदा हुआ।
सेबी प्रमुख तुहिन कांत पांडे ने सोमवार को कहा कि वे डिरिवेटिव ट्रेडिंग में हेराफरी पर निगरानी के लिए अपनी सिक्योरिटी सिस्टम को और मजबूत कर रहे हैं। सेबी ने दावा किया है कि जेन स्ट्रीट ने बैंक निफ्टी इंडेक्स की सुबह की ट्रेडिंग में कैश फ्यूचर्स मार्केट में बड़ी मात्रा में खरीदारी करके इंडेक्स को आर्टिफिशयल तरीके से हाई लेवल पर रखा। इसके ही उसेने इंडेक्स ऑप्शंस में बड़ी शॉर्ट पोजीशन (जहां शेयर के भाव नीचे आने पर मुनाफा होता है) ले रखी थीं।
भारती बाजार नियामक सेबी के इन आरोपों को जेन स्ट्रीट ने पूरी तरह से खारिज कर दिया है। कंपनी के करीब 3,000 कर्मचारियों को भेजे गए एक मैसेज में कहा गया है कि भारत बाजार में लगाए गए बैन के खिलाफ वह पूरी मजबूती के साथ लड़ेगी। कंपनी के शीर्ष अधिकारियों ने लिखा की वे SEBI के इस गंभीर आरोपों से बहुत निराश और आहत हैं।
बता दें कि यह विवाद पिछले साल हुई एक घटना से जुड़ा है, जब जेन स्ट्रीट ने मिलेनियम मैनेजमेंट और अपने दो पूर्व ट्रेडर्स के खिलाफ केस किया था। कंपनी का आरोप था कि उन ट्रेडर्स ने एक कीमीत ट्रेडिंग रणनीति चुराई थी, जो भारतीय ऑप्शंस ट्रेडिंग पर क्रेंदित थी। सेबी की जांच भी जेन स्ट्रीट के बैंक निफ्टी इंडेक्स से जुड़े ट्रेडों पर ही क्रेंद्रित है। हालांकि अब भारत के बाजारों के दूसरे हिस्सों की भी जांच की जा रही है।
नए नियमों की नहीं, सख्त निगरानी की जरूरत; जेन स्ट्रीट मामले पर बोले सेबी चीफ
सेबी द्वारा जारी आदेश में यह भी कहा गया है कि अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म ने स्थानीय स्टॉक एक्सजेंचों की चेतावनियों को भी गंभीरता से नहीं लिया। जेन स्ट्रीट ने इस बात से भी इनकार किया है। उसने अपने कर्मचारियों को बताया कि सेबी ने जो तरीके इस्तेमाल किया है, वह बाजार की असल हलचलों से अलग लगता है।