अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (कांसेप्ट फोटो)
Adani Energy Solution: गुरुवार को अडानी एनर्जी सोल्यूशन लिमिटेड यानी एईएसएल ने फाइनेंशियल ईयर 2026 की पहली तिमाही के नतीजे जारी किए हैं। जिसके अनुसार ये जानकारी मिली है कि अप्रैल से जून महीने में कंपनी को प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स यानी टैक्स का भुगतान करने के बाद भी सालाना आधार पर 71 परसेंट का प्रॉफिट हुआ है। साथ ही ईबीआईटीडीए 2,000 करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है।
अडानी ग्रुप की कंपनी ने बयान जारी कर कहा कि तिमाही में शुद्ध लाभ में तीव्र वृद्धि हुई और यह 539 करोड़ रुपए हो गया, जो दोहरे अंकों में ईबीआईटीडीए वृद्धि और कम मूल्यह्रास और कम शुद्ध कर व्यय के कारण संभव हुआ। वित्त वर्ष 26 की जून तिमाही में कंपनी का कैश प्रॉफिट सालाना आधार पर 15 प्रतिशत बढ़कर 1,043 करोड़ रुपए हो गया है। वहीं, ईबीआईटीडीए सालाना आधार पर 14 प्रतिशत बढ़कर 2,017 करोड़ रुपए हो गया है।
कंपनी ने कहा कि फाइनेंशियल ईयर 2026 की पहली तिमाही में उसकी टोटल इनकम सालाना आधार पर 28 परसेंट बढ़कर 7,026 करोड़ रुपए हो गई है, जो स्थिर ऑपरेशनल परफॉर्मेंस, उच्च पूंजीगत व्यय के कारण सर्विस कंसेशन अरेंजमेंट यानी एससीए इनकम और स्मार्ट मीटरिंग व्यवसाय से बढ़ते योगदान के कारण है।
तिमाही के दौरान, कंपनी ने तीन ट्रांसमिशन प्रोजक्ट्स को पूरी तरह से चालू कर दिया, जिसमें खावड़ा फेज II पार्ट-ए, खावड़ा पूलिंग स्टेशन-1 (केपीएस-1), और सांगोद ट्रांसमिशन शामिल हैं। कंपनी ने एक नई ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट डब्ल्यूआरएनईएस तालेगांव लाइन भी हासिल की। तालेगांव प्रोजेक्ट के साथ, निर्माणाधीन ऑर्डर बुक 59,304 करोड़ रुपए की हो गई है।
वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में पूंजीगत व्यय 1.7 गुना बढ़कर 2,224 करोड़ रुपए हो गया, जबकि वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में यह 1,313 करोड़ रुपए था। अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस के सीईओ कंदर्प पटेल ने कहा है कि मानसून के कम होने के साथ, हमें दूसरी तिमाही से एईएसएल के पूंजीगत व्यय और नई बोली गतिविधियों में मजबूत वृद्धि की उम्मीद है।
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कंपनी ने तिमाही के दौरान 24 लाख नए स्मार्ट मीटर लगाए हैं, जिससे कुल स्मार्ट मीटरों की संख्या 55.4 लाख हो गई है। अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी ने प्रतिदिन 25,000-27,000 मीटर लगाने की दर हासिल की है। कंपनी का लक्ष्य इस वर्ष 70 लाख नए मीटर लगाना है, जिससे वित्त वर्ष 26 के अंत तक कुल मिलाकर कम से कम 1 करोड़ मीटर लगाने का लक्ष्य हासिल किया जा सके।
(एजेंसी इनपुट के साथ)