दिल्ली में शादी (सौ. सोशल मीडिया )
नई दिल्ली : अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त पर देश की राजधानी दिल्ली में तकरीबन 21,000 शादियां होने से शादी और विवाह से जुड़ा बिजनेस 1 दिन में ही 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा होने की उम्मीद है। वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि में अक्षय तृतीया का त्योहार मनाया जाता है, जो इस साल बुधवार के दिन पड़ रहा है।
उद्योग मंडल चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री यानी सीटीआई का कहना है कि अक्षय तृतीया के शादियों के लिए बहुत ज्यादा व्यस्त दिन होने से दिल्ली और आसपास के सभी बैंक्वेट हॉल, सैलून, साज-सज्जा से जुड़े लोग, होटल, कैटरर, , इवेंट मैनेजर और ऑर्केस्ट्रा समेत तमाम लोगों को फायदा होगा। सीटीआई ने अनुमान लगाया है कि बुधवार को देश की राजधानी दिल्ली में शादी-ब्याह से जुड़ा टोटल बिजनेस 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा हो सकता है। सीटीआई के चेयरमैन बृजेश गोयल ने कहा है कि ज्यादा डिमांड रहने से इस दिन बैंक्वेट हॉल और होटलों के किराये में ही 10 से 15 प्रतिशत की बढ़त देखी गई है।
सीटीआई के महासचिव और गोल्ड बिजनेसमैन गुरमीत अरोड़ा ने कहा है कि अकेले गोल्ड और सिल्वर में ही लगभग 200 करोड़ रुपये का बिजनेस होने की उम्मीद है। हालांकि, गोल्ड रेट रिकॉर्ड हाई पर होने के कारण खरीदार हल्के वजन के ज्वेलरी में ज्यादा रुचि दिखा रहे हैं।
अरोड़ा ने कहा है कि गोल्ड रेट में काफी बढ़त हुई है। पिछले साल अक्षय तृतीया पर 73,500 रुपये की तुलना में इस समय 10 ग्राम गोल्ड रेट लगभग 97,000 रुपये है। जिसके कारण से व्यापारी ग्राहकों की डिमांड को पूरा करने के लिए छोटे, लाइट वेटेड गोल्ड और डायमंड के ज्वेलरी पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
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एक आकलन है कि परिवार आम तौर पर शादी के बजट का लगभग 10 प्रतिशत कपड़ों पर, 15 प्रतिशत आभूषणों पर और 5-5 प्रतिशत इलेक्ट्रॉनिक्स, मिठाइयों और सूखे मेवों पर खर्च करता है। सीटीआई के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट दीपक गर्ग ने कहा कि शादियों के दौरान गिफ्ट में दी जाने वाली वस्तुओं पर लगभग 4 प्रतिशत खर्च होता है। साथ ही ट्रांसपोर्टेशन, फोटोग्राफी और म्यूजिक से संबंधित सर्विस पर भी टोटल मिलाकर लगभग 15 प्रतिशत खर्च होता है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)