
राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे। इमेज-सोशल मीडिया
Congress Today Meeting: बिहार विधानसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद महागठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा। गठबंधन के भविष्य पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। इस बीच कांग्रेस आलाकमान की समीक्षा बैठक के बाद उठी असंतोष की आवाजों ने गठबंधन की नींव को हिला दिया है। राजद के प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल का बयान चर्चा में है। इससे राजनीतिक हलकों में बेचैनी है। इन सब कारणों से कांग्रेस ने आज पटना स्थित सदाकत आश्रम में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, जिलाध्यक्षों और फ्रंटल प्रमुखों की अहम बैठक बुलाई है। ये चुनाव के बाद पटना में कांग्रेस की पहली बड़ी बैठक है। इसमें हार के तमाम बिंदुओं पर गहन चर्चा की जाएगी।
दरअसल, पिछले हफ्ते राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने बिहार के अपने सभी 65 उम्मीदवारों से चुनाव में मिली हार पर फीडबैक लिया था। इसमें उम्मीदवारों ने कहा था कि राजद के साथ गठबंधन के कारण सबसे अधिक नुकसान हुआ है। उन्होंने राजद से अलग होने की भी मांग की है।
आज पटना स्थित सदाकत आश्रम में होने वाली कांग्रेस की बैठक बेहद अहम है। पार्टी प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम बैठक की अध्यक्षता करेंगे। प्रदेश प्रवक्ता स्नेहाशीष वर्धन ने बताया कि बैठक में चुनाव परिणामों की समीक्षा की जाएगी। इसमें हार के कारणों की पहचान, पार्टी की नीतियों और भविष्य की रणनीति पर चर्चा करना शामिल है। बैठक में 14 दिसंबर को वोट चोरी के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर दिल्ली में होने वाले विरोध-प्रदर्शन और रैली की रूपरेखा पर भी बात होगी। बैठक के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि कांग्रेस महागठबंधन में अपने भविष्य को लेकर क्या रुख अपनाती है।
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गठबंधन में मनमुटाव की बात शनिवार को तेजस्वी यादव के सरकारी आवास पर महागठबंधन विधायकों की बैठक में सामने आई। बैठक में कांग्रेस के 6 में से 2 विधायक ही शामिल हुए। वैसे, राजद प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने किसी भी मनमुटाव से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि सर्वसम्मति से तेजस्वी को नेता प्रतिपक्ष चुना गया। कांग्रेस की ओर से विधान पार्षद समीर सिंह को प्रतिनिधि के रूप में भेजा गया था।






