CM नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव (Image- Social Media)
Bihar Politics: बिहार विधानसभा के मॉनसून सत्र का आज अंतिम दिन है। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी विधायकों ने सदन में जोरदार हंगामा किया। प्रश्नोत्तर काल शुरू होते ही विपक्ष के विधायक वेल में आ गए और लगातार नारेबाजी करने लगे। स्पीकर नंद किशोर यादव ने विधायकों को सदन का अंतिम दिन होने का हवाला देते हुए शांति बनाए रखने और कार्यवाही को सुचारु रूप से चलने देने का आग्रह किया, लेकिन विपक्षी नेताओं ने हंगामा जारी रखा।
बता दें कि इस दौरान बिहार विधानसभा में गुरुवार को भाजपा विधायक और मुख्य सचेतक जनक सिंह की नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर की गई टिप्पणी के बाद भारी बवाल हुआ। जनक सिंह के बयान पर तेजस्वी यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि जोर से मत बोलिए, पतलून गीली हो जाएगी।
उनके इस टिप्पणी ने सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तनाव काफी बढ़ गया और यहां तक कि दोनों पक्षों के सदस्य आमने-सामने आ गए और हाथापाई की नौबत आ गई। बढ़ते हंगामे को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को शाम 4 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने ऊपर जानलेवा हमले की साजिश का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा विधायक संजय सिंह और जनक सिंह जानलेवा हमले के इरादे से माइक तोड़कर उनके ऊपर हमला करने आए थे। तेजस्वी ने बताया कि उनके विधायक विजय सम्राट ने उनकी जान बचाई। साथ ही राबड़ी देवी ने कहा कि हम 5 दिनों से विधानसभा को घेरे हुए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को जवाब देना चाहिए। तेजस्वी यादव को मारने के 4 प्रयास किए गए और उनकी जान को खतरा है। भाजपा और जेडी(यू) साजिश कर रहे हैं।
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बिहार विधानसभा में जारी हंगामे के बीच सीएम नीतीश कुमार ने विपक्ष पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यह लोग हंगामा करते हैं। उन्होंने कहा कि इनके कपड़े देख लीजिए। आज सब लोग एक ही तरह का कपड़ा पहने हुए थे। मुख्यमंत्री नीतीश ने तंज कसते हुए कहा कि आप लोग एक रंग का कपड़ा पहने थे। आप लोग एक दूसरे के साथ मिलकर उल्टा-पुल्टा कोई काम नहीं कर रहे हैं, जबकि सरकार ने कितना काम किया है और हर तरीके से फायदा हुआ है।