
तेजस्वी यादव व असदुद्दीन ओवैसी (डिजाइन फोटो)
Asaduddin Owaisi in Bihar: बिहार की चुनावी के रण में तीर-ओ-तलवार की जगह जुबानी जंग जारी है। इस बीच AIMIM के मुखिया और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सीमांचल में हुंकार भरी। उन्होंने आरजेडी और तेजस्वी यादव को अपना सीधा निशाना बनाया।
असदुद्दीन ओवैसी ने महागठबंधन की तरफ से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि जो अपने भाई का नहीं हुआ, वो मुसलमानों का क्या होगा? इसके साथ ही उन्होंने ओवैसी ने वक्फ कानून को लेकर भी तेजस्वी और नीतीश दोनों पर जमकर आरोपों की बारिश की।
तुलसिया हाई स्कूल मैदान में आयोजित रैली में ओवैसी ने तेजस्वी यादव पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि संसद द्वारा पारित वक्फ कानून में बिहार की अनदेखी कैसे की जा सकती है? तेजस्वी यादव कानून को नहीं समझते और मुसलमानों को गुमराह कर रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि वक्फ कानून के नाम पर मस्जिदों, कब्रिस्तानों और इमामबाड़ों की ज़मीन हड़पने की साज़िश रची जा रही है और नीतीश कुमार ने भी इस कानून का समर्थन किया था। ओवैसी ने कहा कि यह सिर्फ मुसलमानों का मामला नहीं, बल्कि न्याय का मामला है। हम इस अन्याय के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में लड़ रहे हैं।
इस दौरान ओवैसी ने सीमांचल की भीड़ से सीधा सवाल करते हुए कहा कि अगर 3% आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाला नेता उपमुख्यमंत्री बन सकता है, तो 17% आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाला मुस्लिम नेता मुख्यमंत्री क्यों नहीं बन सकता? उन्होंने कहा कि सीमांचल की आवाज अब सिर्फ वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल की जा रही है। हमें सिर्फ एक भीड़ समझा जाता है, नेतृत्व नहीं दिया जाता।
ओवैसी ने मंच से कहा कि तेजस्वी यादव सिर्फ राजनीतिक स्वार्थ देखते हैं। ज़रूरत पड़ने पर उन्होंने हमारे चार विधायकों को तोड़ लिया, लेकिन उनमें से तीन को टिकट नहीं दिया। तेज प्रताप और तेजस्वी के बीच छिड़ी रार को हथियार बनाते हुए उन्होंने कहा कि जो अपने सगे भाई का नहीं हुआ वो मुसलमानों का क्या होगा?
ओवैसी ने नीतीश कुमार और लालू यादव पर एक साथ हमला बोलते हुए कहा कि पिछले 35 सालों से लालू और नीतीश बिहार में जंगल राज चला रहे हैं। गरीबों के बच्चे आज भी शिक्षा और रोजगार से वंचित हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के सीमांचल, सीवान और कटिहार जैसे ज़िले आज भी पिछड़ेपन और बेरोज़गारी से जूझ रहे हैं क्योंकि सत्ता में बैठे लोगों को सिर्फ कुर्सी की परवाह है, जनता की नहीं।
यह भी पढ़ें: Bihar Chunav: अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर तेजस्वी ने बोला हमला, तो JDU ने पूछा- रीतलाल किस मठ के महंत?
आपको बता दें कि ओवैसी की पार्टी AIMIM किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया और अररिया जैसे सीमांचल जिलों में सक्रिय है। 2020 के चुनावों में उसवे पांच सीटें जीतकर सबको चौंका दिया था, हालांकि बाद में चार विधायक राजद में शामिल हो गए थे। अब ओवैसी इन इलाकों में नई जमीन तलाश रहे हैं।






