पूर्व विधायक अनंत सिंह और गैंगवार
नवभारत डेस्क: मोकामा के पंचमहला थाना क्षेत्र के नौरंगा जलालपुर गांव में बुधवार की दोपहर ताबड़तोड़ फायरिंग के मामले में तीन केस दर्ज होने के बाद भी क्षेत्र में तनाव बना हुआ है। इसके बाद अब इस मामले में आरोपी सोनू सिंह ने आज सुबह पंचमहला थाना में खुद जाकर सरेंडर कर दिया है। इसके साथ ही बिहार पुलिस ने रौशन के गिरफ़्तार किया है। इस बात की पुष्टि बाढ़ के SDPO राकेश कुमार ने की है।
बता दें कि सोनू के ऊपर मुंशी के साथ मारपीट करने और उसके घर पर ताला लगाने का आरोप है। वहीं रौशन अनंत सिंह का समर्थक है।
अनंत सिंह पर फायरिंग मामले में 3 लोगों पर FIR दर्ज करवाया गया है। जिसमें मुकेश सिंह जिनके घर पर सोनू-मोनू की ओर से तालाबंदी करने की बात कही जा रही है उन्होंने यह केस दर्ज करवाया है। मुकेश सिंह ने इसको लेकर सोनू-मोनू पर नामजद FIR दर्ज करवाई है। इसके साथ ही एक FIR सोनू की मां उर्मिला देवी की ओर से अनंत सिंह व समर्थकों के खिलाफ दर्ज करवाया गया है। जिसमें मुखिया के आवास पर फायरिंग करने की बात कही जा रही है। वहीं तीसरी FIR पुलिस द्वारा दर्ज की गई है। जिसमें पुलिस के तरफ से ताला खोलने के दौरान पुलिस के साथ धक्का मुक्की का जिक्र है।
मोकामा के नौरंगा गांव में बुधवार को अनंत सिंह समर्थकों और सोनू-मोनू गैंग के बीच हिंसक झड़प हो गई। जिसमें करीब 60 से 70 राउंड फायरिंग हुई। अनंत सिंह ईंट-भट्ठा संचालक सोनू-मोनू के घर पंचायत करने पहुंचे थे। इसी दौरान फायरिंग शुरू हो गई। अनंत सिंह के दो समर्थक भी घायल हुए हैं। आरोपी सोनू-मोनू के पिता प्रमोद सिंह ने रात करीब 8 बजे पंचमहला थाने में आवेदन देकर बताया कि अनंत सिंह अचानक उनके घर में घुस आए और अपने समर्थकों के साथ गोलियां चलाने लगे।
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इस बीच, अनंत सिंह ने एक हिंदी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में बताया कि मेरे पास लोग आए थे, जिसके कारण मारपीट हुई और तीन लोगों के दांत प्लायर से उखाड़ दिए गए। हम उन्हें समझाने गए थे। जब हम गांव पहुंचे और उन्हें समझाने के लिए बुलाया तो उन्होंने फायरिंग कर दी। बचाव में इधर से भी फायरिंग हुई, ताकि वह बच सके। अनंत सिंह ने कहा कि वह चोर और अपहरणकर्ता है। हम चोरों के खिलाफ हैं। हमने पुलिस को कोई शिकायत नहीं दी है। जिसे गोली लगी होगी, वह मर गया होगा।