सांकेतिक तस्वीर (सोर्स- सोशल मीडिया)
Bihar Assembly Elections: निर्वाचन आयोग ने सोमवार को बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है। बिहार में इस बार 243 सीटों पर दो चरणों में वोटिंग कराई जाएगी। पहले चरण के लिए 121 सीटों पर 6 नवंबर को मतदान होगा, वहीं दूसरे फेज में 122 सीटों पर 11 नवंबर को वोटिंग होगी। चुनाव परिणाम 14 नवंबर को घोषित होंगे।
चुनाव की तारीख सामने आने के साथ आईएएनएस-मैटराइज का सर्वे भी सामने आया है। सर्वे के मुताबिक, बिहार में एक बार फिर से एनडीए गठबंधन की सरकार बनती दिख रही है। एनडीए को 243 सीटों में 150-160 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है, वहीं इंडी गठबंधन को 70 से 85 सीटें मिलने का अनुमान नजर आ रहा है।
इसके अलावा, सर्वे में बिहार की जनता से कई मुद्दों पर भी राय ली गई है, उनसे यह जानने की कोशिश की गई है कि विधानसभा चुनाव में मतदाता किन मुद्दों पर इस बार वोटिंग करेंगे। जनता के द्वारा दी गई राय की मानें तो बिहार चुनाव में इस बार मतदान के लिए सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी को माना गया है।
चुनाव में मतदान के लिए बेरोजगारी को 24 प्रतिशत, भ्रष्टाचार को 10 प्रतिशत, और बुनियादी सुविधाओं को 2 प्रतिशत जनता ने मुद्दा माना है। इसके अलावा, प्रदेश की कानून व्यवस्था (5 प्रतिशत) और बढ़ती कीमतें/महंगाई (7 प्रतिशत) को भी चुनावी मुद्दे के तौर पर तरजीह दी गई है।
वहीं, पीएम मोदी का चेहरा 9 प्रतिशत, खराब स्वास्थ्य व्यवस्था 2 प्रतिशत, शिक्षा प्रणाली 8 प्रतिशत, और किसानों से जुड़े मुद्दे 4 प्रतिशत को भी प्रदेश की जनता ने चुनाव में मतदान के लिए अहम मुद्दा माना है। इसके साथ-साथ बाढ़ को 1 प्रतिशत, पलायन को 4 प्रतिशत, राज्य के विकास को 2 प्रतिशत, और शराबबंदी को 3 प्रतिशत चुनावी मुद्दा माना गया है। वहीं, 15 प्रतिशत लोगों ने इनमें से किसी को भी चुनावी मुद्दा नहीं माना है।
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इसके अलावा आईएएनएस-मैटराइज सर्वे में बिहार में हुए विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर भी जनता की राय ली गई है, जिसमें 54 प्रतिशत लोगों ने चुनाव आयोग के इस कदम को अच्छा बताया है, जबकि 17 प्रतिशत जनता ने राज्य में एसआईआर को होना जरूरी माना है। इसके अलावा, 13 प्रतिशत जनता ने इसे चुनावी फायदे का मुद्दा बताया, वहीं 16 प्रतिशत लोगों ने इसे लेकर अपनी कोई राय नहीं दी है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)