घटनास्थल पर मौजूद पुलिस (फोटो सोर्स - सोशल मीडिया)
पटना: जमुई जिले के झाझा थाना क्षेत्र के चिलको गांव में अंधविश्वास के कारण एक हृदयविदारक घटना घटी। गांव में एक व्यक्ति की स्वाभाविक मृत्यु हो गई, लेकिन अंधविश्वास से ग्रसित स्वजनों ने इसे किसी जादू-टोने का परिणाम मान लिया। इसके बाद उन्होंने गांव के एक निर्दोष दंपती को दोषी ठहराया। इस अंधविश्वास के प्रभाव में आकर स्वजनों ने पति-पत्नी को बुलाया और टांगी से निर्मम प्रहार कर उनकी हत्या कर दी। इस घटना से पूरे क्षेत्र में भय और आक्रोश का माहौल व्याप्त हो गया है। पुलिस ने मामले की जांच प्रारंभ कर दी है, लेकिन यह घटना समाज में फैले अंधविश्वास की भयावह स्थिति को दर्शाती है।
झाझा थाना क्षेत्र के चिलको गांव में घटी इस दुखद घटना ने मानवीय संवेदनाओं को झकझोर कर रख दिया है। गांव में एक व्यक्ति की सामान्य मृत्यु हुई थी, लेकिन उसके स्वजनों ने इसे तंत्र-मंत्र से जोड़कर देखने लगे। उन्होंने बिना किसी प्रमाण के गांव के ही एक निर्दोष दंपती को इस घटना के लिए दोषी मान लिया। आवेश और अंधविश्वास के कारण, आक्रोशित स्वजनों ने पति-पत्नी को बुलाकर उन पर टांगी से हमला कर दिया, जिससे दोनों की मौके पर ही मृत्यु हो गई।
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अंधविश्वास पर नियंत्रण की आवश्यकता है, इस घटना के बाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर जांच प्रारंभ कर दी। झाझा एसडीपीओ ने बताया कि आरोपियों की पहचान कर उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस प्रकार की घटनाएं समाज में व्याप्त अंधविश्वास की गंभीर समस्या को उजागर करती हैं। सरकार और प्रशासन द्वारा निरंतर जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं, परंतु इस घटना से स्पष्ट है कि समाज में अभी भी अंधविश्वास की जड़ें गहरी बनी हुई हैं। इसे समाप्त करने के लिए सामूहिक प्रयासों की अत्यंत आवश्यकता है। अभी भी इस तरह की कुरीतियों समाज के विभिन्न वर्गों में बनी हुई है जिस पर एक व्यापक स्तर पर जागरुकता के साथ इस तरह की कुरीतियों को सही करने के लिए शासन-प्रशासन को उचित से उचित कदम उठाने की आवश्कता है।