
राबड़ी देवी व तेज प्रताप यादव (सोर्स- सोशल मीडिया)
Bihar Assembly Elections: बिहार में चुनावी सरगर्मियों के बीच पूर्व सीएम राबड़ी देवी के बयान ने सियासी हलचल और तेज कर दी है। राबड़ी देवी ने न केवल मोकामा में हुए दुलारचंद यादव हत्याकांड को लेकर सत्ता पक्ष पर हमला बोला, बल्कि तेजस्वी और तेज प्रताप यादव को लेकर भी खुलकर बात की है।
बिहार के मोकामा में दुलारचंद यादव हत्याकांड के बाद राज्य में राजनीतिक पारा चढ़ गया है। इस बीच, राबड़ी देवी ने कहा कि जब गरीब राज करते हैं, तो उसे जंगल राज कहते हैं, लेकिन जब सत्ताधारी दल के संरक्षण में हत्या और अपराध होते हैं, तो उसे क्या कहा जाएगा?
राबड़ी देवी ने पहली बार अपने बेटे तेज प्रताप यादव पर सार्वजनिक रूप से अपनी स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि वह दिल से मेरा बेटा है, इन लोगों ने उसे पार्टी और घर से निकाल दिया है। मैं प्रचार नहीं करूंगी, लेकिन चाहती हूं कि वह चुनाव जीते। उन्होंने आगे कहा कि वह अपने पैरों पर खड़ा है और उसे बिहार में काम करने का पूरा अधिकार है।
तेजस्वी और तेज प्रताप के बीच चल रहे राजनैतिक मतभेदों के बारे में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवार में कुछ भी हो सकता है, लेकिन भाई-बहन एक जैसे होते हैं। जिनके घर नहीं होते, वही दूसरों के घरों में झगड़ा लगवाते हैं।
राबड़ी देवी ने कहा कि जब एक गरीब के बच्चों ने पढ़ना शुरू कर दिया लोगों को उनके हक मिलने लगे तो उसे जंगल राज कहा गया था। लेकिन अब, जब मोकामा और आरा में हत्याएं हो रही हैं, तो क्या इसे भी जंगल राज कहा जाएगा? उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में गरीबों को सशक्त बनाया गया ताकि वे अपने अधिकारों के लिए लड़ सकें।
नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि हम दुश्मन नहीं बनाते, वे बनाते हैं। वहीं नौकरी देने को लेकर तेजस्वी पर भरोसा जताते हुए राबड़ी देवी ने कहा कि जब वह मन बना लेगा, तो उसे पूरा करेगा, जैसा कि उन्होंने पिछले 17 महीनों में अपने काम से करके दिखाया है।
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राबड़ी देवी ने जनता से पांच किलो राशन के वादे के बहकावे में न आने की अपील की। उन्होंने कहा कि तेजस्वी ने अपने वादे पूरे किए हैं। हर घर में सरकारी नौकरी मिलेगी। उन्होंने अपनी पार्टी पर लगे एम-वाई समीकरण के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनके पिता के कार्यकाल में सभी का सम्मान किया जाता था और आधे से ज़्यादा मंत्रिमंडल में सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व था।
बातचीत के आखिर में राबड़ी ने कहा कि तेजस्वी यादव हमारे बेटे हैं और तेजप्रताप को हमारा आशीर्वाद हमेशा रहेगा। राजनैतिक मजबूरियां होती हैं, लेकिन पारिवारिक रिश्ते कभी नहीं टूटते। आज अपराध बढ़ रहे हैं। तो क्या अब जंगलराज नहीं, बल्कि आसाराम का राज है?






