बिहार में NDA के सीएम फेस का ओवैसी ने खोला राज (फोटो- सोशल मीडिया)
Asaduddin Owaisi Remark on Bihar Election NDA CM Face: बिहार विधानसभा चुनाव की बिसात बिछ चुकी है और AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने सीमांचल में अपनी ‘न्याय यात्रा’ के साथ चुनावी मैदान में धमाकेदार एंट्री की है। ओवैसी ने आते ही एक ऐसा दावा कर दिया है जिससे बिहार की सियासत में हलचल तेज हो गई है। उन्होंने कहा है कि अगर इस बार बिहार में एनडीए की सरकार बनती है तो नीतीश कुमार मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे, बल्कि बीजेपी का कोई नेता इस कुर्सी पर बैठेगा। यह बयान एनडीए के भीतर मुख्यमंत्री पद को लेकर नई बहस छेड़ सकता है।
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी की बिहार की राजनीति, खासकर सीमांचल में मजबूत पकड़ मानी जाती है। 2020 के विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी AIMIM ने इस क्षेत्र में पांच सीटें जीतकर सभी को चौंका दिया था, जिसने आरजेडी के समीकरण को खासा नुकसान पहुंचाया था। हालांकि, बाद में उनके चार विधायक आरजेडी में शामिल हो गए थे। अपने पिछले प्रदर्शन से उत्साहित ओवैसी इस बार भी सीमांचल में बड़ी जीत का दावा कर रहे हैं और सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्षी दलों पर भी जमकर निशाना साध रहे हैं।
खुद पर लगने वाले ‘बीजेपी की बी-टीम’ और ‘वोट कटवा’ के आरोपों का जवाब देने के लिए ओवैसी ने इस बार एक नया दांव चला है। उन्होंने विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन को एक खुली पेशकश की है। ओवैसी ने कहा कि अगर गठबंधन उन्हें विधानसभा की 243 सीटों में से सिर्फ छह सीटें दे देता है, तो वह गठबंधन में शामिल होने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने तेजस्वी यादव को इस संबंध में पत्र भी लिखा है। ओवैसी ने कहा, “अब गेंद ‘इंडिया’ गठबंधन के पाले में है। अगर वे जवाब नहीं देते तो साफ हो जाएगा कि बीजेपी की असली मदद कौन कर रहा है।”
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एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में ओवैसी ने अपना सबसे बड़ा दावा करते हुए कहा, “बिहार में अगर एनडीए की सरकार बनी तो इसबार नीतीश कुमार नहीं, बल्कि भाजपा का सीएम होगा।” उन्होंने लालू यादव और तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें पता नहीं कि वे मुझसे क्यों डरते हैं, लेकिन मेरे दिल में कोई डर नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछली बार की तरह इस बार भी सीमांचल में जो भी दल सामने होगा, उसे हराएंगे। ओवैसी के इस बयान ने बिहार की राजनीति में एक नई चर्चा को जन्म दे दिया है।