black dots appear on the glass of a car (So. X)
अगर आप कार के मालिक हैं या फिर ड्राइविंग के शौकीन हैं, तो आपने जरूर देखा होगा कि कार के कांच के चारों ओर काले रंग की बिंदियों (ब्लैक डॉट्स) की एक पट्टी बनी होती है। कई बार लोग इसे सिर्फ डिज़ाइन का हिस्सा मानते हैं, लेकिन हकीकत में इसका एक बहुत अहम तकनीकी और सुरक्षात्मक कारण होता है।
कार के विंडशील्ड और विंडो ग्लास के किनारों पर मौजूद ये डॉट्स, जिन्हें फ्रिट डॉट्स कहा जाता है, कार निर्माता कंपनियों द्वारा विशेष रूप से बनाए जाते हैं। कुछ कंपनियां इन्हें गोलाकार बनाती हैं, तो कुछ चकोर पैटर्न में। ये सिर्फ सौंदर्य के लिए नहीं बल्कि ग्लास को स्थिर और सुरक्षित रखने के लिए लगाए जाते हैं।
इन काले डॉट्स का मुख्य उद्देश्य कांच को उसके फ्रेम से मज़बूती से चिपकाए रखना होता है। इन्हें एक विशेष हीट-रेसिस्टेंट सामग्री से बनाया जाता है, जिसे फ्रिट सेरामिक प्रिंट कहा जाता है। “ब्लैक डॉट्स विंडशील्ड पर ग्लू के चिपकने वाले हिस्से को सूरज की रोशनी से बचाते हैं और गर्मियों में तापमान के कारण होने वाले तनाव को समान रूप से फैलाते हैं।”
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गर्मियों में कार का शीशा तेजी से गर्म होता है, जिससे उसका फैलाव असमान हो सकता है। लेकिन इन डॉट्स के कारण हीट एक समान रूप से फैलती है और कांच फ्रेम से अलग नहीं होता। इससे विंडशील्ड की उम्र बढ़ती है और वह अपनी जगह पर मजबूती से बना रहता है।
हालांकि आज ये डॉट्स एक एस्थेटिक डिज़ाइन एलिमेंट भी बन चुके हैं, लेकिन इनका असली मकसद कार की संरचना और सुरक्षा को बेहतर बनाना है।