OLA and Ather में क्या है अतंर। (सौ. Ather)
भारत में जब सस्ते चीनी इलेक्ट्रिक स्कूटरों का दौर था, तब Ather Energy ने EV दोपहिया क्षेत्र में एक नई शुरुआत की। 10 साल पहले Ather ने उस वक्त कुछ अलग करने की ठानी, जब बाजार में केवल रीब्रांडेड चीनी स्कूटर ही मौजूद थे। आज भारत में जो भी इलेक्ट्रिक स्कूटर कंपनियां दिखाई देती हैं — चाहे वो Ola Electric हो, TVS, Bajaj, या Simple Energy — उनकी नींव कहीं न कहीं Ather की दूरदर्शिता पर टिकी है।
Ather ने सस्ते प्रोडक्ट बनाकर जल्द बाजार पकड़ने की बजाय सात साल तक रिसर्च और डेवलपमेंट में निवेश किया। परिणामस्वरूप बना Ather 450 — एक ऐसा प्रोडक्ट जिसमें टचस्क्रीन डैशबोर्ड, इनबिल्ट गूगल मैप्स जैसे फीचर्स पहली बार किसी टू-व्हीलर में दिखे। Ather वह पहली कंपनी थी जिसने दोपहिया वाहन में गूगल मैप्स को इंटीग्रेट किया।
जहां Ola पूरे सेगमेंट में स्कूटर पेश करता है, वहीं Ather का फोकस प्रीमियम ग्राहक वर्ग पर है। Ather अपने यूज़र एक्सपीरियंस, सर्विस, और टेक्नोलॉजी के जरिए एक शानदार अनुभव देता है। Ola की एग्रेसिव मार्केटिंग और कम कीमत ने EV को आम लोगों तक पहुँचाया, वहीं Ather ने इंजीनियरिंग में श्रेष्ठता दिखाई।
450 सीरीज़ युवाओं के लिए बनी थी, लेकिन Rizta ने फैमिली स्कूटर की श्रेणी में Ather को नई पहचान दी। Apex जैसे परफॉर्मेंस ओरिएंटेड मॉडल और स्मार्ट हेलमेट जैसे इनोवेशन ने Ather को तकनीकी रूप से और मज़बूत किया है।
Ather का Zenith और EL प्लेटफॉर्म भविष्य की बाइक रेंज का आधार बन सकते हैं। कंपनी का R&D सेंटर — Jagernaut Testing Facility — भारत की परिस्थितियों के अनुसार नई तकनीकें तैयार कर रहा है।
Ather ने दिखा दिया कि भारतीय स्टार्टअप ग्लोबल स्टैंडर्ड प्रोडक्ट बना सकते हैं। जहां Ola मार्केट शेयर में आगे है, Ather भविष्य के लिए मजबूत नींव तैयार कर रहा है। अगर EV इंडस्ट्री का Apple कहा जाए, तो Ather उस उपाधि का प्रबल दावेदार है।