JK Tyre का क्या ह कहना। (सौ. X)
JK Tire Chennai Plant: भारत की अग्रणी टायर निर्माता कंपनी JK Tyre & Industries ने अपने पांच दशक लंबे सफर में निर्माण गुणवत्ता, अनुसंधान और नैतिक व्यावसायिक प्रथाओं को लगातार आगे बढ़ाया है। कंपनी का चेन्नई प्लांट इसका बेहतरीन उदाहरण है, जहां अत्याधुनिक ऑटोमेशन, IoT और स्थिरता आधारित प्रक्रियाओं का उपयोग हो रहा है।
कंपनी के प्रबंध निदेशक अंशुमान सिंघानिया के अनुसार, “चेन्नई प्लांट JK Tyre के सबसे एडवांस्ड प्लांट्स में से एक है, जहां ऑटोमेशन, डिजिटल ट्रेसबिलिटी और IoT-सक्षम प्लेटफॉर्म रियल-टाइम इनसाइट्स प्रदान करते हैं।” उन्होंने बताया कि इन तकनीकों से R&D और प्रोडक्ट डेवलपमेंट की प्रक्रिया तेज़ हुई है। इससे गुणवत्ता नियंत्रण और संचालन कुशलता बढ़ी है। यही मॉडल अब कंपनी अन्य प्लांट्स में भी लागू कर रही है।
कंपनी के तकनीकी निदेशक विजय मिश्रा ने कहा, “चेन्नई प्लांट सिर्फ आधुनिक मशीनों का नहीं बल्कि उत्कृष्टता की संस्कृति का प्रतीक है। हर चरण डिजिटल रूप से ट्रैक होता है और सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।” उन्होंने यह भी बताया कि JK Tyre अपने उत्पादों में स्मार्ट सेंसर जोड़ रही है। अब ट्रक-बसेस से लेकर टू-व्हीलर तक हर कैटेगरी में TPMS तकनीक का उपयोग होगा।
कंपनी का मानना है कि स्थिरता सिर्फ एक विकल्प नहीं बल्कि प्रतिस्पर्धात्मक लाभ है। सिंघानिया ने बताया, “चेन्नई प्लांट में 65% बिजली सोलर और विंड से आती है, जबकि 35% थर्मल ऊर्जा बायोमास से पूरी होती है। हमारे सभी प्रमुख प्लांट्स Zero-Liquid Discharge Units हैं। हम ISCC Plus प्रमाणित टायर बनाने वाली भारत की पहली कंपनी हैं।”
कंपनी का UX Royale Green PCR टायर पुनर्नवीनीकरण और नवीकरणीय सामग्रियों से तैयार किया गया है। ऊर्जा-कुशल बॉयलर और पैकेजिंग री-यूज़ सिस्टम से लागत और कार्बन उत्सर्जन दोनों घटे हैं।
EV सेगमेंट के लिए कंपनी ने Levitas और Ranger HP जैसे हाई-परफॉर्मेंस टायर लॉन्च किए हैं। ये टायर ज्यादा टॉर्क झेलने, लंबी रेंज देने और कम शोर करने में सक्षम हैं। “हम स्मार्ट टायरों में सेंसर लगा रहे हैं, जिससे ड्राइवर और फ्लीट्स को रियल-टाइम डेटा मिल सके,” सिंघानिया ने कहा।
ये भी पढ़े: Tata Harrier और Hyundai Creta हुई सस्ती, ग्राहकों को मिल रहा बड़ा फायदा
चेन्नई प्लांट 2012 में शुरू हुआ था और वर्तमान में 350 टन टायर प्रतिदिन बनाता है, जो JK Tyre की कुल आय का 20% है। भविष्य में इसकी क्षमता 600 टन तक बढ़ाई जाएगी। यहां से 30-40% टायर UAE, यूरोप, मैक्सिको और लैटिन अमेरिका में निर्यात किए जाते हैं। कंपनी ने ₹1,400 करोड़ के निवेश से हरिद्वार (लक्सर) और बानमोर (ग्वालियर) में विस्तार योजनाएं बनाई हैं।
नवाचार, स्थिरता और स्मार्ट तकनीकों के बल पर JK Tyre वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर रही है। EV ट्रांजिशन, प्रीमियमाइजेशन और ग्रीन टेक्नोलॉजी पर फोकस इसे भविष्य की चुनौतियों से निपटने में अग्रणी बनाता है।