Engine oil को गाड़ी के हिसाब से लेना होता है। (सौ. Freepik)
नवभारत ऑटोमोबाइल डेस्क: अगर आप कार, बाइक या स्कूटी चलाते हैं, तो इंजन ऑयल से जुड़ी अहम जानकारी रखना बहुत जरूरी है। गलत जानकारी या लापरवाही की वजह से कई लोग इंजन ऑयल बदलने में देरी कर देते हैं, जिससे वाहन की परफॉर्मेंस और माइलेज पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। क्या आपको पता है कि इंजन ऑयल की लाइफ कितनी होती है? अगर नहीं, तो इस लेख को अंत तक पढ़ें, क्योंकि यहां आपको इससे जुड़ी पूरी जानकारी मिलेगी।
अगर आप अपनी कार की सर्विस कंपनी के ऑथोराइज्ड सर्विस सेंटर से करवाते हैं, तो वहां आपको यह बताया जाता है कि अगली सर्विस 10,000 किलोमीटर या 1 साल (जो भी पहले हो) पर करवानी है। इसका मतलब है कि सर्विस सेंटर यह मानता है कि 10,000 किलोमीटर या 1 साल में इंजन ऑयल की लाइफ समाप्त हो जाती है और इसे बदलना जरूरी हो जाता है।
बाइक और स्कूटी की सर्विसिंग के दौरान इंजन ऑयल बदला जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बाइक के इंजन ऑयल की लाइफ कितनी होती है? अधिकतर सर्विस सेंटर आपको यह सलाह देते हैं कि इंजन ऑयल को 2,000 से 2,500 किलोमीटर के बीच जरूर बदल लेना चाहिए। इस सीमा के बाद इंजन ऑयल की गुणवत्ता कम होने लगती है, जिससे इंजन की कार्यक्षमता प्रभावित होती है।
अगर आप समय पर इंजन ऑयल नहीं बदलते, तो इससे आपकी कार, बाइक या स्कूटी की परफॉर्मेंस पर बुरा असर पड़ता है। एक बार अगर इंजन सही से काम नहीं करेगा, तो इसका सीधा असर माइलेज पर पड़ेगा और आपकी गाड़ी पहले से कम माइलेज देने लगेगी।
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इंजन ऑयल वाहन के इंजन को लुब्रिकेटेड और ठंडा रखने में मदद करता है। सही समय पर इसका बदलाव वाहन की लाइफ, माइलेज और परफॉर्मेंस को बेहतर बनाए रखता है। इसलिए इंजन ऑयल को नजरअंदाज करने की गलती न करें और समय पर इसे बदलवाएं।