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लखनऊ, उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में घोसी विधानसभा उपचुनाव (Ghosi ByPoll Election) में शुक्रवार को 10वें दौर की गिनती के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) के उम्मीदवार सुधाकर सिंह ने अपने प्रतिद्वंद्वी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मदवार दारा सिंह चौहान पर 12,139 वोटों के अंतर से अपनी बढ़त मजबूत कर ली है। भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के अनुसार, सिंह को अब तक 38,635 वोट मिले हैं, वहीं चौहान को 26,496 वोट मिले हैं।
मतगणना के दौरान कुल 34 दौर की गिनती होनी है। उत्तर प्रदेश की घोसी विधानसभा सीट पर उपचुनाव में वोटों की गिनती शुक्रवार सुबह शुरू हो गई, जिसे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के बीच पहला बड़ा चुनावी मुकाबला माना जा रहा है। उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के घोसी विधानसभा क्षेत्र में 50 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने मंगलवार (पांच सितंबर) को उपचुनाव के लिए अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था, जो विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के गठन के बाद राज्य में पहला चुनावी मुकाबला था।
पिछले साल के विधानसभा चुनाव में घोसी में 58.59 प्रतिशत मतदान हुआ था। भारत निर्वाचन आयोग के अनुसार, पांच सितंबर को हुए विधानसभा उपचुनाव में अंतिम मतदान प्रतिशत 50.77 दर्ज किया गया था। जुलाई में सपा के टिकट पर 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में यह सीट जीतने वाले दारा सिंह चौहान के इस्तीफे के बाद यहां उपचुनाव जरूरी हो गया था।
सपा से इस्तीफा देकर चौहान पुन: भाजपा में लौट आए थे। भाजपा ने उन्हें उपचुनाव के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया था सपा ने उनके मुकाबले सुधाकर सिंह को मैदान में उतार दिया। साल 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में चौहान ने भाजपा उम्मीदवार विजय कुमार राजभर को 22,216 मतों के अंतर से हराया था। इस उपचुनाव में चौहान को राजग के सहयोगियों… अपना दल (सोनेलाल), निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद) पार्टी और पूर्व सपा सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का समर्थन मिल रहा है। दूसरी ओर सपा उम्मीदवार सुधाकर सिंह को विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के घटक दलों – कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा),
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), राष्ट्रीय लोक दल (रालोद), आम आदमी पार्टी (आप), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (भाकपा-माले)-लिबरेशन और सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी से समर्थन मिला है। उपचुनाव के नतीजे का भाजपा सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा, जिसे 403 सदस्यीय राज्य विधानसभा में अच्छा बहुमत हासिल है। इसका परिणाम 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए भविष्य का संकेत हो सकता है। उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें हैं। इस उपचुनाव में कुल 10 उम्मीदवार मैदान में थे। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने उपचुनाव में कोई उम्मीदवार नहीं उतारा था।