
अजित पवार और शरद पवार
नई दिल्ली/मुंबई. जहां एक तरफ केंद्र में विपक्षी पार्टियां एकजुट होकर अब मोदी सरकार (Modi Goverment) का सामना करने की रणनीति बना रही हैं। वहीं इसके उलट महाराष्ट्र (Maharashtra) में नई राजनीतिक तानव बनता दिख रहा है। दरअसल जहां एनसीपी नेता शरद पवार (Sharad Pawar) और उनके भतीजे अजित पवार (Ajit Pawar) के बीच हुई मुलाकात के बाद कई तरह के कयास लग रहे हैं और विपक्ष में कन्फ्यूजन पैदा कर रहे हैं।
वहीं सूत्रों की मानें तो आज इस मुद्दे पर मुंबई में महाराष्ट्र कांग्रेस कोर कमेटी की बैठक चल रही है।दरअसल, कुछ रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया था कि अजित पवार की ओर से शरद पवार को NDA की तरफ से ऑफर दिया गया है, जिसमें केंद्रीय मंत्री का पद ऑफर किया गया है।
#WATCH | Maharashtra Congress core committee meeting underway in Mumbai. pic.twitter.com/WIXdAFbeKE — ANI (@ANI) August 16, 2023
इधर कांग्रेस नेताओं द्वारा हो रही बयानबाजी पर आज NCP नेता सुप्रिया सुले ने भी बयान दिया है। सुप्रिया ने कहा कि किसी ने भी कोई ऑफर नहीं दिया है, उनसे ही पूछा जाए कि वो ऐसा क्यों बोल रहे हैं। मैं लगातार सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और गौरव गोगोई के संपर्क में हूं, लेकिन हम महाराष्ट्र कांग्रेस नेताओं के संपर्क में नहीं हैं। उनका साफ़ कहना था कि, “किसी ने मुझे कुछ भी ऑफर नहीं किया है और न ही मुझसे बातचीत की है। आपको उनसे (महाराष्ट्र कांग्रेस नेताओं) से पूछना चाहिए कि वे ऐसे बयान क्यों दे रहे हैं। मुझे नहीं पता है। मैं व्यक्तिगत रूप से सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, गौरव गोगोई जैसे वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के संपर्क में हूं लेकिन मैं महाराष्ट्र में उनके नेताओं के संपर्क में नहीं हूं।”
#WATCH | On being offered Cabinet post by BJP, NCP leader Supriya Sule says “No one has offered me anything nor had a conversation with me…You should ask them (Maharashtra Congress leaders) why they are giving such statements. I have no idea. I am personally in touch with the… pic.twitter.com/jgl2R5qBbL — ANI (@ANI) August 16, 2023
गौरतलब है कि, अगले साल लोकसभा चुनाव होना है, उससे पहले NDA के खिलाफ समूचा विपक्ष एकजुट हो रहा है और इसी कड़ी में INDIA गठबंधन बना है। गठबंधन की बैठकों के बीच शरद पवार कई बार अजित पवार से मिले हैं, यहां तक कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भी मंच साझा किया है । इसीके चलते अब विपक्षी पार्टियों में भी कन्फ्यूजन भी पैदा हुआ है।






