जोरान मिलनोविक क्रोएशिया के राष्ट्रपति, फोटो ( सो. सोशल मीडिया )
जाग्रेब: ज़ोरान मिलनोविक दूसरी बार क्रोएशिया के राष्ट्रपति बने। रविवार को हुए चुनाव में उन्होंने 74.6% वोटों के साथ अपने प्रतिद्वंदी ड्रैगन प्रिमोरैक को हराया। मिलनोविक ने अपने विजय भाषण में यूरोपीय संघ की आलोचना करते हुए इसे “गैर-लोकतांत्रिक” बताया और कहा कि असहमतिपूर्ण विचारों को शत्रु समझना मानसिक हिंसा जैसा है। उन्होंने यूरोपीय संघ की दिशा को बदलने का भी वादा किया।
बता दें कि क्रोएशिया में रविवार को हुए राष्ट्रपति चुनाव में ज़ोरान मिलनोविक ने शानदार जीत हासिल की। उन्होंने सत्तारूढ़ एचडीजेड पार्टी के उम्मीदवार ड्रैगन प्रिमोरैक को हराया। मिलनोविक को 74.6 प्रतिशत वोट मिले, जबकि प्रिमोरैक को सिर्फ 25.3 प्रतिशत वोट मिले।
चुनाव अधिकारियों के अनुसार, 99 प्रतिशत वोटों की गिनती के बाद यह अंतिम परिणाम सामने आया है। मिलनोविक की इस जीत से यह साफ हो गया कि उनके विचारों को जनता का समर्थन मिला है।
58 वर्षीय मिलनोविक क्रोएशिया में एक प्रमुख व्यक्ति हैं और वे रूस के खिलाफ यूक्रेन के लिए पश्चिमी सैन्य समर्थन के आलोचक रहे हैं। क्रोएशिया के नेता मिलनोविक की हालिया जीत को उनके लिए एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। मिलनोविक को क्रोएशिया में सबसे लोकप्रिय नेता माना जाता है और उनकी संवाद शैली की तुलना अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से की जाती है। राजनीतिक विरोधियों के साथ उनका संवाद तरीका अक्सर चर्चा का विषय बनता है।
अपने विजय भाषण में के दौरान मिलनोविच एक बार फिर यूरोपीय संघ की आलोचना की, इसे “कई मायनों में गैर-लोकतांत्रिक” बताया और इसे अनिर्वाचित अधिकारियों द्वारा संचालित बताया। उन्होंने यूरोपीय संघ के इस रुख पर निराशा व्यक्त की कि असहमतिपूर्ण विचारों को “शत्रु” माना जाता है, इसे “मानसिक हिंसा” का एक रूप कहा।
अपनी जीत के बाद भाषण में मिलनोविच ने एक बार फिर यूरोपीय संघ की आलोचना की। उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ कई मायनों में ‘गैर-लोकतांत्रिक’ है और इसे अनिर्वाचित अधिकारी चलाते हैं। मिलनोविच ने यूरोपीय संघ के रवैये पर निराशा जताते हुए कहा कि जो लोग असहमत होते हैं, उन्हें ‘शत्रु’ माना जाता है। उन्होंने इसे ‘मानसिक हिंसा’ का रूप बताया।
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मिलनोविच ने यूरोपीय संघ की दिशा बदलने की दिशा में काम करने की भी कसम खाई, उन्होंने कहा, “यह वह आधुनिक यूरोप नहीं है जिसमें मैं रहना और काम करना चाहता हूँ,” जैसा कि यूरोन्यूज ने उद्धृत किया।
यूरोन्यूज के अनुसार, उनकी जीत क्रोएशिया के प्रधान मंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच के साथ निरंतर राजनीतिक तनाव के लिए मंच तैयार करती है, जिनके साथ मिलनोविच का अपने पहले कार्यकाल के दौरान विवादास्पद संबंध रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, क्रोएशिया के राष्ट्रपति ज़ोरान मिलनोविच ने यूरोपीय संघ की दिशा बदलने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा, “यह वह यूरोप नहीं है, जिसमें मैं रहना और काम करना चाहता हूं।”
उनकी यह जीत क्रोएशिया के प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच के साथ राजनीतिक तनाव को और बढ़ा सकती है, क्योंकि उनके बीच पहले भी विवाद हो चुका है। मिलनोविच और प्लेंकोविच के रिश्ते पहले से ही तनावपूर्ण रहे हैं, और अब यह नया विकास इस तनाव को और बढ़ा सकता है।
क्रोएशिया के राष्ट्रपति जोरान मिलनोविच ने फिर से चुनाव जीतकर इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया है। वे ऐसे तीसरे राष्ट्रपति बन गए हैं, जिन्होंने दूसरा कार्यकाल जीता है। इससे पहले फ्रेंजो टुडमैन और स्टेजेपन मेसिक ने भी दो बार राष्ट्रपति बनने का रिकॉर्ड बनाया था।
हालांकि, क्रोएशियाई राष्ट्रपति पद अधिकतर औपचारिक है, लेकिन राष्ट्रपति के पास राजनीतिक ताकत होती है और वे देश के सर्वोच्च सैन्य कमांडर के रूप में काम करते हैं। इसके बावजूद, यूरोपीय परिषद में क्रोएशिया का प्रतिनिधित्व राष्ट्रपति नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री करते हैं।