अमेरिकी सासंद ने की ट्रंप के लिए नोबेल पुरस्कार की मांग (फोटो- सोशल मीडिया)
वाशिंगटन: इजराइल और ईरान के बीच सीजफायर के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को शांति का नोबेल पुरस्कार देने की मांग तेज हो गई है। सीजफायर करवाने में उनकी भूमिका अहम बताई जा रही है। इसी बीच अमेरिका के एक सांसद ने ट्रंप को नोबेल पुरस्कार देने की मांग करते हुए नोबेल पीस प्राइज कमेटी को चिट्ठी लिखी है।
अमेरिकी सांसद बडी कार्टर ने ट्रंप को नोबेल देने की मांग की है। कार्टर ने कहा है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में इज़राइल और ईरान के बीच संघर्ष को कम करने में मदद मिली और उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े राज्य प्रायोजित आतंकवादी देश को परमाणु हथियार हासिल करने से रोका। इससे पहले पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर ने भी ट्रंप को नोबेल देने की सिफारिश की थी।
आसिम मुनीर हाल ही में पांच दिन के अमेरिका दौरे पर गए थे। यहां वह अमेरिकी सेना के गठन की 250वीं वर्षगांठ में आयोजित एक परेड में शामिल हुए। इसके बाद उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप से भी मुलाकात की थी। मुनीर ने इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच पगलगाम हमले के बाद चले संघर्ष को समाप्त करवाने का श्रेय देते हुए उन्हें शांति के लिए नोबेल पुरस्कार देने की मांग की।
इसके बाद पाकिस्तान सरकार ने भी नोबेल पीस प्राइज कमेटी को चिट्ठी लिखकर आधिकारिक तौर पर ट्रंप को नामांकित किया था। इससे पहले साल की शुरुआत में अमेरिकी सांसद डेरेल इस्सा ने भी ट्रंप की 2024 की चुनावी जीत के वैश्विक प्रभाव का हवाला देते हुए उनका नाम नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया था।
ट्रंप ने मंगलवार को ईरान-इजराइल सीजफायर को लेकर ऐलान किया था। ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्रुथ सोशल में पोस्ट करते हुए दावा किया था कि दोनों देश कतर की मध्यस्थता में उनके पास आए थे। दोनों युद्ध रोकने के पक्ष में थे। इसके बाद उन्होंने अपनी भूमिका निभाई और सीजफायर को लेकर प्रस्ताव पारित किया, जिसे दोनों देशों ने स्वीकार किया।
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ट्रंप ने कहा कि मैं सभी को इसके लिए बधाई देता हूं। यह युद्ध सालों तक चल सकता था। मिडिल ईस्ट को बर्बाद कर सकता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। ट्रंप ने उम्मीद जताई थी कि दोनों देशों के बीच सीजफायर हमेशा कायम रहेगा।