डोनाल्ड ट्रंप, निकोलस मादुरो (सोर्स- सोशल मीडिया)
US Preparing to Attack Venezuela: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में ऐलान किया है कि उनकी सरकार जल्द ही 2 सितंबर को कैरेबियन सागर में वेनेजुएला की ड्रग बोट पर हुए हमले का वीडियो जल्दी जारी करेगी। ट्रंप ने इस ऑपरेशन का समर्थन किया और कहा कि यह ड्रग तस्करी के खिलाफ लड़ाई का हिस्सा है। 2 सितंबर से अमेरिका ने ड्रग तस्करी करने वाले जहाजों पर 21 बार मिलिट्री हमले किए हैं, जिनमें 83 से अधिक लोग मारे गए हैं।
ट्रंप ने कहा कि सरकार इस बारे में फुटेज लोगों को दिखाएगी। उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि उनके पास क्या है, लेकिन जो भी फुटेज है, हम उसे जरूर सार्वजनिक करेंगे। कोई समस्या नहीं है।’ उन्होंने दावा किया कि इस स्ट्राइक से बहुत सारी जानें बची हैं। उनका कहना था कि, ‘हर बोट को जब हम नष्ट करते हैं, तो यह 25,000 अमेरिकियों की जान बचाने जैसा होता है। और अगर आप हमारे आंकड़े देखें, तो समुद्र के रास्ते आने वाले ड्रग्स में 91% की कमी आई है।’
हालांकि जब उनसे पूछा गया कि, क्या अधिकारियों को सजा मिलनी चाहिए यदि यह साबित हो जाता है कि नष्ट हुई नाव के लोग सच में मर गए, तो राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि यह युद्ध जैसा मामला है और ऐसी घटना में सजा देना सही नहीं होगा। उन्होंने बताया कि ऐसी कार्रवाइयां और भी होंगी, और जल्द ही यह कार्रवाई जमीन पर भी शुरू होगी।
ट्रंप ने यह भी कहा कि स्पेशल दूत स्टीव विटकॉफ और सलाहकार जेरेड कुशनर की मॉस्को यात्रा में यह उम्मीद बनी कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन युद्ध खत्म करने की डील करना चाहते हैं। ट्रंप का कहना था कि पुतिन के पास इस बात का मजबूत भरोसा है कि वह एक डील करेंगे।
वहीं, दूसरी तरफ वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने बुधवार को पुष्टि की कि करीब दस दिन पहले उन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ एक फोन कॉल की थी, जो सम्मानपूर्ण और सकारात्मक तरीके से हुई। उन्होंने कहा कि इस बातचीत से कूटनीति के लिए एक संभावित नया रास्ता खुल सकता है।
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मादुरो ने ट्रंप से कहा था कि अगर उन्हें और उनके परिवार को अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों को हटा लिया जाए और अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय में उनके खिलाफ मामले को खत्म कर दिया जाए, साथ ही उन्हें पूरी कानूनी माफी मिल जाए, तो वे वेनेजुएला छोड़ने को तैयार हैं।