कराची स्टॉक एक्सचेंज ( फोटो सोर्स- सोशल मीडिया)
इस्लामाबाद: भारत के ऑपरेशन सिंदूर का असर पाकिस्तानी शेयर बाजार पर भी देखने को मिला है। गुरुवार को पाकिस्तानी शेयर बाजार खुलते ही औंधे मुंह गिर गई है। कराची स्टॉक एक्सचेंज (KSE-100) में 9 फीसदी तक की गिरावट आ गई। साल 2008 के बाद पाकिस्तानी शेयर मार्केट में यह सबसे बड़ी गिरावट है। इसके चलते बाजार को कुछ देर के लिए बंद भी करना पड़ा।
पहलगाम हमले के बाद से ही पाकिस्तान के शेयर मार्केट में हलचल थी। KSE-100 इंडेक्स पिछले चार दिनों में 9.7% नीचे आ गया है। भारत के युद्ध के डर की वजह से निवेशक बाजार में पैसा लगाने से बच रहे हैं और तेजी से शेयर बेच रहे हैं। पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज में गुरुवार को एक घंटे के लिए ट्रेडिंग रोक दी गई। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि बेंचमार्क इंडेक्स 6.3% गिर गया था।
गुरुवार को ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तानी शेयरों की भारी बिक्री देखने को मिली। इससे पहले बुधवार को भी KSE-100 में 6,500 अंकों की बड़ी गिरावट दर्ज की गई थी। बुधवार को बाजार खुलते ही शेयर तेजी से गिरे और 3.1% नीचे बंद हुए।
पाकिस्तानी शेयर में यह गिरावट तब शुरू हुई जब भारत ने पाकिस्तान के अंदर आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया। शेयर बाजार में गिरावट का असर पाकिस्तान के अंतरराष्ट्रीय बॉंड बाजार पर भी पड़ा है। इसमें साल 2036 में मैच्योर होने वाले बॉंड की कीमत सबसे ज्यादा गिरी। गुरुवार को 1 अमेरिकी डॉलर की 281 पाकिस्तानी रुपये रही।
झटके में निवेशकों के 5 लाख करोड़ स्वाहा
पाकिस्तानी शेयर मार्केट के लिए पिछले कुछ महीने अच्छे नहीं रहे हैं। दो महीने में ये दूसरी बार था जब बाजार में गिरावट के चलते कारोबार के वक्त बाजार को बंद करना पड़ा हो। इससे एक महीने पहले जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्यापार शुल्क की घोषणा की थी, जिसके बाद पाकिस्तान के बाजार में 8,700 अंकों की गिरावट आई थी और ट्रेडिंग रोकनी पड़ी थी। जानकारों का कहना है कि भारत-पाकिस्तान की इस लड़ाई का पाकिस्तान की कमजोर अर्थव्यवस्था और निवेशकों की भावनाओं पर बुरा असर पड़ेगा।