कंबोडिया के दो सैनिकों की हुई घर वापसी, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
नोम पेन्ह: थाईलैंड की सेना ने शुक्रवार को कंबोडिया के दो घायल बंधक सैनिकों को वापस लौटा दिया है। कंबोडिया ने अपने सैनिकों की वापसी का स्वागत किया है। दोनों देश पहले ही युद्धविराम लागू कर चुके हैं ताकि पांच दिनों से चल रहे सीमा विवाद को खत्म किया जा सके। हालांकि, सैनिकों की वापसी के बावजूद दोनों देशों के बीच आरोप-प्रत्यारोप और तनाव जारी है।
सोशल मीडिया पर इस मुद्दे पर चर्चा हो रही है कि संघर्ष के दौरान नागरिकों को निशाना बनाया गया और युद्ध संबंधी नियमों का उल्लंघन हुआ।
कंबोडिया और थाईलैंड के बीच विवादित सीमा क्षेत्र में मंगलवार को घटी एक घटना को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ है। इस घटना में 20 कंबोडियाई सैनिकों को थाईलैंड की सेना ने हिरासत में ले लिया था, जिनमें से कुछ को छोड़ दिया गया है, लेकिन अभी भी कई सैनिक थाईलैंड की हिरासत में हैं।
कंबोडियाई अधिकारियों ने इन सैनिकों की रिहाई की मांग की है और उनका कहना है कि उनके सैनिक दोस्ताना इरादों से थाई सैनिकों से मिलने गए थे, ताकि पिछली झड़पों के बाद तनाव कम किया जा सके। वहीं, थाई अधिकारियों का दावा है कि कंबोडियाई सैनिक दुश्मनी भरे इरादे से उस इलाके में घुस आए थे, जिसे थाईलैंड अपना क्षेत्र मानता है। इसी वजह से उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों पक्षों ने इस घटना के बारे में अलग-अलग बयान दिए हैं, जिससे स्थिति और जटिल हो गई है।
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कंबोडियाई रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता माली सोचेता ने बताया कि दो घायल सैनिकों को थाईलैंड के सुरिन प्रांत और कंबोडिया के ओद्दार मींचे प्रांत के बीच स्थित सीमा चौकी पर सुरक्षित सौंप दिया गया है। उन्होंने थाईलैंड से अनुरोध किया कि वह शेष बंधक बनाए गए सैनिकों को “अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून” के तहत तुरंत रिहा कर दे। वहीं, थाईलैंड की ओर से कहा गया है कि वह अंतरराष्ट्रीय कानूनी प्रक्रियाओं का पालन कर रहा है और शेष 18 सैनिकों को तब तक हिरासत में रखेगा, जब तक उनकी गतिविधियों की पूरी तरह से जांच नहीं हो जाती।