व्लादिमीर पुतिन, वोलोदिमीर जेलेंस्की (फोटो- सोशल मीडिया)
Russia-Ukraine Peace Talks: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 15 अगस्त को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अहम बैठक की थी। इस बैठक के बाद से रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के खत्म होने की उम्मीद बढ़ गई है। इसी बीच पुतिन के प्रेस सचिव दिमित्री पेस्कोव ने रूस और यूक्रेन की बीच होने वाली शांति वार्ता को लेकर बड़ा बयान दिया है।
पेस्कोव ने कहा, “वार्ता दलों के बीच संवाद जारी है, लेकिन इस्तांबुल में होने वाले अगले दौर की सटीक तारीख नहीं बताई जा सकती।” उन्होंने अपने बयान में यह ही कहा कि बातचीत को प्रभावी बनाने के लिए दोनों पक्षों को पूरी तैयारी के साथ आगे बढ़ना होगा।
वार्ता स्तर को फिर से निर्धारित करने के सवाल पर पेस्कोव ने कहा, “यह प्रक्रिया अभी जारी है। अगर उच्च या सर्वोच्च स्तर पर कोई बैठक होती है, तो उसके लिए गंभीर और ठोस तैयारी जरूरी है, ताकि वार्ता सार्थक साबित हो सके।”
पेस्कोव ने यूक्रेन में यूरोपीय सैनिकों की संभावित तैनाती को लेकर रूस की असहमति भी जताई। उन्होंने कहा, “हम इस विचार के प्रति नकारात्मक रुख रखते हैं।” उनके अनुसार, यूक्रेन में नाटो के सैन्य ढांचे की मौजूदगी और उसका विस्तार ही रूस-यूक्रेन संघर्ष के मुख्य कारणों में से एक है।
रूसी राष्ट्रपति के सहयोगी यूरी उशाकोव ने बताया कि 15 अगस्त को अमेरिका के अलास्का स्थित आर्कटिक वॉरियर कन्वेंशन सेंटर में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस दौरान दोनों नेताओं ने रूस और यूक्रेन के बीच प्रत्यक्ष वार्ता को आगे बढ़ाने और उसे उच्च स्तर तक ले जाने पर सहमति जताई।
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बैठक के बाद ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा, “मैंने राष्ट्रपति पुतिन से बात की और जेलेंस्की से उनकी मुलाकात के लिए तैयारियां शुरू की हैं। इसके बाद एक त्रिपक्षीय बैठक होगी जिसमें मैं भी शामिल रहूंगा। यह चार वर्षों से जारी युद्ध को समाप्त करने की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास है।”
इस वार्ता में पुतिन और ट्रंप के अलावा रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, यूरी उशाकोव, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो और अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ भी शामिल थे।